Maharana Pratap Smriti Samaroh: बिहार में जातियों को साधने की तैयारी! पटना में JDU का आज बड़ा कार्यक्रम
Updated on: Jan 23, 2023, 12:40 PM IST

Maharana Pratap Smriti Samaroh: बिहार में जातियों को साधने की तैयारी! पटना में JDU का आज बड़ा कार्यक्रम
Updated on: Jan 23, 2023, 12:40 PM IST
महाराणा प्रताप स्मृति समारोह (Maharana Pratap Smriti Samaroh) के बहाने राजपूत वोटर को साधने की तैयारी है. पटना के मिलर स्कूल के मैदान में जेडीयू महाराणा प्रताप स्मृति समारोह का आयोजन कर रही हैं, जिसमें नीतीश कुमार और ललन सिंह समेत जदयू के कई नेता शामिल होंगे.पढ़ें पूरी खबर...
पटना : राजधानी पटना में महाराणा प्रताप स्मृति समारोह (Maharana Pratap Memorial Ceremony in Patna) को जदयू स्वाभिमान दिवस के रूप में मना रही है. आज पटना के मिलर स्कूल मैदान में बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस खास दिन को एक अलग रूप देने के लिए मुख्य पंडाल को महाराणा प्रताप के किले की तरह सजाया गया है. इस कार्यक्रम का आयोजन जदयू के विधान पार्षद संजय सिंह अपने नेतृत्व में कर रहे हैं. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे. वहीं इस मौके पर राजपूत समाज ने नीतीश कुमार के साथ होने का दावा किया है. संजय सिंह ने कहा कि समता पार्टी के समय से ही समाज नीतीश कुमार के साथ है.
राजपूत समाज को साधने की तैयारी: बता दें कि जदयू के विधान पार्षद संजय सिंह महाराणा प्रताप स्मृति समारोह के तहत बिहार के राजपूतों एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. वह इस कार्यक्रम के जरिे बताना चाहते हैं कि राजपूत समाज जदयू के साथ है. इसे लेकर संजय सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री से सबसे पहले मैंने ही 2020 में महाराणा प्रताप की मूर्ति पटना में स्थापित करने की मांग रखी थी और अब हाल ही में मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की मूर्ति का लोकार्पण किया है. उनका का कहना है कि राजपूत समाज अभी से ही नहीं बल्कि समता पार्टी के समय से हैं मुख्यमंत्री के साथ रहा है.
JDU की वोट बैंक की राजनीति: बिहार में आगामी 2024 और 2025 में होने वाले चुनाव को लेकर JDU अभी से वोट बनाने में जुट गई है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज है कि महागठबंधन की सरकार में खट्टास आनी सुरू हो गई है. ऐसे में जदयू आगामी चुनाव के लिए अभी से प्लान बना रही है. हलांकि यह बात सामने आई है कि जदयू अपनी पिछली गलती को सुधारने का प्रयास कर रही है. विधानसभा चुनाव 2015 और 2020 में जो गलती हुई थी उसे फिर से नहीं दोहराया जाए इसके कई बिंदुओं पर अभी से काम शुरू हो गया है.
