पटना में 4 हजार घूस लेते प्रभारी अंचल निरीक्षक गिरफ्तार, निगरानी ने रंगे हाथ दबोचा

author img

By

Published : Sep 6, 2021, 2:11 PM IST

घनरुआ में 4 हजार घूस लेते प्रभारी अंचल निरीक्षक गिरफ्तार

बिहार में चल रहे घूसखोरी के खिलाफ निगरानी विभाग की लगातार कार्रवाई चल रही है. इसी क्रम में सोमवार को धनरूआ में एक राजस्व कर्मचारी को 4 हजार रुपये घूस लेते निगरानी ने दबोचा है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना : राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड (Dharnua) में एक बार फिर से एक कर्मचारी सह प्रभारी अंचल निरीक्षक निगरानी (Vigilance) के हत्थे चढ़ गया है. गिरफ्तार अंचल निरीक्षक का नाम उमापति प्रसाद है जो ₹4000 घूस लेते हुए रंगे हाथ निगरानी ने दबोचा है. निगरानी की कार्रवाई से धनरुआ प्रखंड में हड़कंप मच गया है.

इसे भी पढ़ें : बिहार में बढ़े घूस लेने के मामले, रिश्वतखोरी में टॉप पर क्लर्क: निगरानी विभाग

दरअसल, ये मामला फजलचक निवासी अनिल कुमार से जुड़ा है. जिससे दाखिल खारिज के नाम पर अंचल निरीक्षक ₹4000 घूस ले रहे थे. ऐसे में घात लगाए बैठे निगरानी ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. अंचल में लगातार शिकायत मिल रही थी. ऐसे में सोमवार को राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी अंचल निरीक्षक उमापति प्रसाद को रंगे हाथ दबोच लिया गया जिसको लेकर पूरे अंचल में हड़कंप मच गया है.

देखें वीडियो

घूसखोरी के खिलाफ निगरानी विभाग की चल रही कार्रवाई से आज फिर धनरूआ में एक राजस्व कर्मचारी पकड़ा गया .है जिसको लेकर मसौढ़ी के धनरूआ एवं पुनपुन सरकारी कार्यालय में हड़कंप मच गया. टीम को लीड कर रहे निगरानी के डीएसपी सत्यनारायण राम ने बताया कि दाखिल खारिज के नाम पर उमापति प्रसाद ₹4000 की घूस ले रहे थे. जिसे रंगे हाथ दबोच लिया गया है.

बता दें कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance Department) की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल कोरोना काल की तुलना में इस वर्ष घूस लेने के मामले में बढ़ोतरी हुई है. अब तक काम करने या करवाने के बदले रिश्वत (Bribe) लेने में लिपिक राजस्व कर्मचारी अभियंता और थानेदार सबसे अधिक आगे हैं. अगर इन सरकारी कर्मचारियों में तुलना की जाए तो विभिन्न विभागों में पदस्थापित विभिन्न वर्गों के लिपिक रिश्वत लेने के मामले में टॉप पर हैं. वहीं सरकारी कर्मचारी के अलावा जनप्रतिनिधि के रूप में कार्य करने वाले मुखिया भी पीछे नहीं हैं.

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष रिश्वत लेने के मामले में पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष में अब तक कुल 32 मामलों में कार्रवाई की गई है. वहीं आगे और भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है. इन मामलों में कुल 12,28,300 रुपए रिश्वत की राशि मौके से जब्त की गई है.

जबकि पिछले वर्ष करोना काल के दौरान महज 22 मामले ही दर्ज हुए थे और कार्रवाई भी की गई थी. इन मामलों में कुल 12,15,500 रुपए लेते लोग रंगे हाथ पकड़े गए थे. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा अब तक कुल 32 मामलों में ट्रैप केस के माध्यम से कार्रवाई की गई है. इसमें आधा दर्जन केवल विभिन्न वर्गों के लिपिक शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- बिहार : पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने पहुंचे मासूमों से मांगी रिश्वत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.