बिहार में कोरोना काल में नहीं दिखी 'चूड़ा दही भोज' की सियासत

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Published : Jan 14, 2022, 1:12 PM IST

'चूड़ा दही भोज' की सियासत

पूरे देश में मकर संक्रांति (Makar Sankarnti 2022) का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. लेकिन कोरोना के कारण इस बार भोज के आयोजन पर ग्रहण लग गया है. बिहार का सियासी चूड़ा-दही भोज सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार कोरोना के कारण राजनीतिज्ञों के आवास पर वो रौनक नजर नहीं आई.

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Virus In Bihar) की मार सियासत पर भी देखने को मिल रही है. मकर संक्रांति के मौके पर प्रत्येक साल राजधानी में 'चूड़ा दही भोज' को लेकर जमकर सियासत (Chuda Dahi Bhoj Politics In Bihar) होती थी, लेकिन इस बार नजारा अलग है. कोरोना संकट के कारण इस बार दिग्गज नेताओं के घर पर चूड़ा-दही के भोज का आयोजन नहीं होने के कारण चर्चित सियासी माहौल बदला-बदला सा नजर आ रहा है.

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मकर संक्रांति के दिन दही-चूड़ा भोज के लिए चर्चित जनता (युनाइटेड) के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर इस साल मकर संक्रांति पर चहल पहल नहीं दिख रही है. इस साल कोरोना संक्रमण के कारण यहां चूड़ा दही भोज का आयोजन स्थगित कर दिया गया है. बता दें कि वशिष्ठ नारायण सिंह वर्षों से मकर संक्रांति के मौके पर चूड़ा दही भोज का आयोजन करते रहे है, जिसमे राज्य के दिग्गज नेताओं के अलावे आम कार्यकर्ता तक जुटते थे.

कोरोना को देखते हुए इस साल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी मकर संक्रांति पर भोज का आयोजन नहीं किया गया. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की हाल में ही शादी हुई है. लालू की छोटी बहू राजश्री यादव की परिवार के बीच यह पहली मकर संक्रांति है. ऐसे में लोगों को इस बात का इंतजार था कि लालू यादव के घर नई बहू के घर आने पर बड़ा आयोजन होगा लेकिन कोरोना के कारण यह संभव नहीं हुआ.

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लालू प्रसाद का पूरा परिवार दिल्ली में मकर संक्रांति मना रहा है. लालू प्रसाद ने आम लोगों को मकर संक्रांति के मौके पर शुभकामना संदेश दिया है कि लोग अपने-अपने घरों पर ही मकर संक्रांति का त्यौहार आपसी प्रेम और भाईचारे के साथ मनाएं.

दरअसल, बिहार की राजनीति में मकर संक्रांति के दौरान चूड़ा दही का भोज देने की परंपरा सालों पुरानी है. इस भोज पर सियासत के जानकारों की भी नजर रहती थी. इस भोज के जरिए बिहार के राजनीतिक समीकरण भी बदलते देखे गए हैं.

मकर संक्रांति के मौके पर राबड़ी देवी के आवास पर दही-चूड़ा का भोज राजनीतिज्ञों के साथ कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खास रहा है. लालू-राबड़ी आवास में होने वाले चूड़ा-दही के भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर बड़े नेता पहुंचते रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी इस साल चूड़ा दही भोज का आयोजन नहीं किया गया है.

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