बिहार कैबिनेट ने 13 एजेंडों पर लगायी मुहर, दिव्यांगों के लिए खुशखबरी

author img

By

Published : Jun 21, 2022, 7:08 PM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

बिहार कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल 13 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई. कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ (Principal Secretary of Cabinet Department S Siddhartha) ने इसकी जानकारी दी है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. बैठक में कुल 13 प्रस्तावों पर मुहर लगी है. सरकार इस साल 10 हजार बैटरी ट्राई साइकिल दिव्यांगों को बांटेगी. साथ ही गया के डुंगेश्वरी और ब्रह्म योनि पर्वत पर रोपवे निर्माण की स्वीकृति भी दी गई है. कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने कैबिनेट बैठक की विस्तृत जानकारी दी.

ये भी पढे़ं-नीतीश कैबिनेट ने जातीय जनगणना पर लगायी मुहर, कुल 12 प्रस्ताव पास

कैबिनेट बैठक में 13 प्रस्तावों पर लगी मुहर: बैठक में बिहार सरकार ने गया के डुंगेश्वरी पर्वत पर रोपवे निर्माण कार्य कराने का फैसला लिया है. इसके लिए आठ करोड़ 43 लाख 17 हजार की राशि की स्वीकृति दे दी गई है. इसके साथ ही साथ गया जिले के ब्रह्म योनि पर्वत पर भी रोपवे निर्माण की योजना को स्वीकृति देते हुए 4 करोड़ 24 लाख की राशि स्वीकृत की गयी है. वहीं, कृषि रोड मैप के अंतर्गत कृषि यंत्रीकरण योजना का चालू वित्तीय वर्ष 2022 23 मई 94 करोड़ 554000 की व्यय की स्वीकृति दी गई है. खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर से गेहूं एवं धान की अधिप्राप्ति के लिए बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम को 10 हजार करोड़ रुपए लोन के लिए सरकार गारंटी देने की स्वीकृति प्रदान की है.

भवन निर्माण विभाग के अभियंता की अनिवार्य सेवानिवृत्ति: कैबिनेट बैठक में सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए भवन निर्माण विभाग के एक तत्कालीन कार्यपालक अभियंता हरिगोपाल सिंह को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है. हरिगोपाल सिंह के ऊपर यह आरोप था कि साल 2015 में आई भूकंप त्रासदी के दौरान वे बगैर किसी सूचना के मुख्यालय से गायब थे. इसके अलावा उनके ऊपर आरा समाहरणालय भवन के निर्माण कार्य के संवेदक को अधिक भुगतान करने से जुड़ा मामला भी था. जिसे देखते हुए उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है.

चिकित्सा पदाधिकारी की छुट्टी: किशनगंज सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जुनैद अख्तर को साल 2017 से लगातार ड्यूटी से गायब रहने के आरोप में सेवा से बर्खास्त करने की स्वीकृति कैबिनेट ने दी है. इसी तरह अन्य डॉक्टरों के ऊपर भी कार्यवाई की गई है, जो बिना किसी सूचना के ड्यूटी से गायब थे. किशनगंज के कोचाधामन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.आशुतोष कुमार, पूर्णिया के सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उमेश कुमार, पूर्णिया के रेफरल अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिमेष कुमार को भी सेवा से बर्खास्त किया गया है.

ये भी पढ़ें-अपने आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने JDU कार्यकर्ताओं से की मुलाकात

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.