गया में विष्णुपद मंदिर में सीएम नीतीश ने की पूजा अर्चना, रबर डैम के काम से हुए खुश

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Published : Aug 22, 2022, 1:52 PM IST

Updated : Aug 22, 2022, 2:59 PM IST

CM Nitish inspects rubber dam in Gaya

नई सरकार बनने के बाद पहली बार सीएम नीतीश कुमार अपने सभी मंत्रियों के साथ गया में बैठक कर रहे हैं. गया पहुंचने पर सबसे पहले वे विष्णुपद पहुंचे और वहां पूजा अर्चना की. साथ ही नीतीश कुमार ने रबर डैम का निरीक्षण भी किया. पढ़ें पूरी खबर..

गया: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया पहुंचे हैं. गया एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) विष्णुपद को पहुंचे. विष्णुपद पहुंचकर सीएम ने विष्णु चरण की पूजा (CM Nitish Worshiped In Gaya) की. इसके बाद वे बिहार के गया में बने पहले रबर डैम का निरीक्षण (CM Nitish Inspects Rubber Dam In Gaya) करने पहुंचे. रबड़ डैम का काम देख सीएम काफी प्रफुल्लित नजर आए. वहीं सीएम पितृपक्ष मेले को लेकर समीक्षा बैठक भी करेंगे.

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सीएम नीतीश ने रबर डैम का किया निरीक्षण: वहीं उन्होंने इसके संबंध में अधिकारियों से जानकारी भी ली. गौरतलब हो कि गया के विष्णुपद स्थित फल्गु नदी पर रबर डैम बनाया गया है, जिसमें 3 फीट तक पानी उपलब्ध रहेगा. सलिला मानी जाने वाली फल्गु नदी में इस बार 3 फीट तक पानी की उपलब्धता के बीच पिंडदान तर्पण श्रद्धालु कर सकेंगे.

9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत: महागठबंधन की सरकार बनने के बाद यह पहली बैठक है, जिसमें कई विभागों के मंत्री और आला अधिकारी शामिल हैं. यह बैठक पटना से बाहर हो रही है. पितृपक्ष मेले की तैयारी की रिपोर्ट लेने के बाद मुख्यमंत्री दिशा निर्देश भी देंगे. 9 सितंबर को पितृपक्ष मेला 2022 की शुरुआत होगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में कला संस्कृति और युवा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पर्यटन विभाग, जल संसाधन विभाग सहित कई विभागों के मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे. वहीं सीएम ने रबर डैम का भी निरीक्षण किया. श्रद्धालुओं के लिए पहली बार रबर डैम का निर्माण किया गया है, जिससे मंदिर के पास नदी का पानी श्रद्धालुओं को आसानी से मिल सकेगा.

क्यों करते हैं पितृ पक्ष?: हिंदू धर्म में व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात उसे पितृ की संज्ञा दी जाती है. मान्यता अनुसार मृतक का श्राद्ध या तर्पण न करने से पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है, जिससे घर में पितृ दोष लगता है और घर पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. वहीं जिनके घर के पितृ प्रसन्न रहते हैं उनके घर कभी कोई मुसीबत नहीं आती है. ऐसे में पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए आश्विन माह में 15 दिन का पितृ पक्ष समर्पित होता है, इस बीच पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध किया जाता है.

कब से शुरू हो रहा पितृ पक्ष 2022: पितृ पक्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के पुर्णिमा से शुरू होता है. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि 10 सितंबर को है, ऐसे में पितृ पक्ष की शुरुआत 11 सिंतबर अश्विन माह के कृष्ण पक्ष के प्रतिपदा तिथि से हो रही है. इसका समापन 25 सितंबर को होगा. इस बीच पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए उनका तर्पण अवश्य करना चाहिए.



Last Updated :Aug 22, 2022, 2:59 PM IST
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