खुलासा: बिहार में नेपाल के रास्ते यूरेनियम की बड़ी खेप लाने की थी साजिश, बढ़ी चौकसी

author img

By

Published : Jul 27, 2022, 6:03 PM IST

बिहार में नेपाल के रास्ते यूरेनियम की बड़ी खेप लाने की साजिश

बिहार में नेपाल के रास्ते यूरेनियम की बड़ी खेप लाने की साजिश रची गई थी. नेपाल के विराटनगर में 21 जुलाई को पकड़े गए 11 अफगानी नागरिक और 23 जुलाई को 2 संदिग्ध लोगों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी (Security tightened on Indo Nepal border) कर दी गई है. पढ़ें पूरी खबर

अररिया: पिछले सप्ताह 11 अफगानिस्तान और दो नेपाली नागरिकों को दो किलोग्राम यूरेनियम (13 arrest with two kg uranium at Viratnagar) की तस्करी के प्रयास में गिरफ्तार किए जाने के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. नेपाली अधिकारियों ने आरोपी को 23 जुलाई को विराटनगर से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए अफगान नागरिकों में से छह के पास फर्जी आधार कार्ड (13 arrested with fake Aadhar cards at Nepal border) पाए गए. पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने कबूल किया कि वे बिहार के रास्ते भारत में यूरेनियम की खेप की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे.

ये भी पढ़ें: 'बिहार आतंकियों का 'सॉफ्ट टारगेट' नहीं, बल्कि आतंकियों का कनेक्शन निकल रहा'

बिहार में यूरेनियम लाने की साजिश नाकाम : इसके तुरंत बाद, नेपाल के गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि तीसरे देशों के नागरिक यूरेनियम की तस्करी के लिए बिहार और नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठा रहे हैं. यह दोनों देशों के लिए खतरा है. बताया जाता है कि आरोपी बिहार के अररिया जिले में जोगबनी बॉर्डर से घुसने की कोशिश कर रहे थे. अफगान नागरिकों की गिरफ्तारी एक संवेदनशील मामला है, क्योंकि यह सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पटना में एक संदिग्ध फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के कुछ दिनों बाद आया है. भारत की सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार जिलों जैसे सीमांचल जिलों में बड़ी संख्या में स्लीपर सेल सक्रिय हैं.

अररिया जिले के जोगबनी सीमा (Araria Jogbani Border) पर सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के एक अधिकारी ने कहा, "नेपाल में विकास के बाद हम बिहार और नेपाल को जोड़ने वाली हर सीमा चौकी पर जांच तेज कर रहे हैं. दोनों देशों के नागरिकों को इन दोनों सीमाओं में यात्रा करने से पहले वैध पहचान प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है." सूत्रों ने बताया है कि आरोपी का पहला निशाना जोगबनी कस्बे के रास्ते बिहार के क्षेत्र में घुसकर मुस्लिम बहुल इलाके में शरण लेना था. अधिकारी दावा कर रहे हैं कि यह भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश थी.

'बिहार में आतंकवादियों के स्लीपर सेल मौजूद' : इधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी दावा किया कि बिहार में स्लीपर सेल बड़ी संख्या में सक्रिय हैं, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों का कनेक्शन बिहार से निकल रहा है, लेकिन अभी ये सॉफ्ट टारगेट नहीं बना है. जल्द ही इन्हे समाप्त किया जाएगा. बता दें कि बिहार के कई बीजेपी नेता आतंकियों के निशाने पर हैं. आइबी की रिपोर्ट और केंद्रीय गृह मंत्रालय की सूचना के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने जिलों को अलर्ट किया है. रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने अपनी पत्रिका के नये एडिशन में बीजेपी के खिलाफ हमले की बात लिखी है. इसे संगठन के ट्विटर हैंडिल पर शेयर किया गया था. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय की तरफ से बिहार में सभी जिलों के एसएसपी और एसपी के साथ ही रेल पुलिस को सभी आवश्यक एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है.

परमाणु बम बनाने में होता है यूरेनियम का इस्तेमाल: यूरेनियम अत्यधिक संवेदनशील रेडियोधर्मी तत्व है जिसका उपयोग परमाणु रिएक्टरों में किया जाता है और इसके संवर्धन के बाद परमाणु बम तैयार किया जाता है. एक किलो यूरेनियम 24 मेगावाट की ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक हिरोशिमा और नागासाकी पर 64 किलो यूरेनियम का विस्फोट (परमाणु बम) किया गया था. ऐसे में 2 किलो यूरेनियम भी तबाही ला सकता था.

ये भी पढ़ें: 6.3 किलो यूरेनियम के साथ सात गिरफ्तार, आईबी ने की पूछताछ

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.