'बिहार के मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद'! केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सार्वजनिक सभा में नीतीश की जगह क्यों लिया उनका नाम?

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Published : May 15, 2022, 9:48 AM IST

Updated : May 15, 2022, 10:11 AM IST

Nitin Gadkari Nitish Kumar

केंद्रीय परिवहन और सड़क निर्माण मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में तारकिशोर प्रसाद को बिहार का मुख्यमंत्री (Nitin Gadkari called Tarkishore Prasad Bihar Chief Minister) कहकर संबोधित किया है. अब इसे लेकर कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी. कोई कह रहा है कि शायद गडकरी की जुबान फिसल गयी होगी तो कोई इसमें भविष्य की राजनीति देख रहा है. कहा जा रहा है कि जुबान फिसली नहीं बल्कि फिसलाई गई है. पढ़ें पूरी खबर.

पटना: 'बिहार के मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद', ऐसा केंद्रीय परिवहन और सड़क निर्माण मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने कहा है. मौका था बिहार में पटना और भोजपुर जिले के बीच सोन नदी पर बने कोईलवर पुल के 3 लेन के उद्घाटन का. इस पुल का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये किया. उद्घाटन समारोह में बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े थे. अपने संबोधन में गडकरी ने कार्यक्रम में शामिल गणमान्य लोगों का नाम लेना शुरू किया तो तारकिशोर को बिहार का मुख्यमंत्री कह दिया.

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'मेरे सहयोगी आदरणीय आर के सिंह जी, दूसरे सहयोगी अश्विनी कुमार जी, मेरे विभाग के मंत्री डॉ. वी के सिंह जी, बिहार विधान परिषद के चेयरमैन अवधेश नारायण सिंह जी, बिहार के मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद जी, हमारी उपमुख्यमंत्री श्रीमति रेणु देवी जी.' इसके बाद उन्होंने अन्य अतिथियों के नामों का उल्लेख किया लेकिन तब तक लोगों में मुख्यमंत्री के नाम को चर्चा शुरू हो गयी थी. लोग इसे लेकर अपनी-अपनी दलील दे रहे थे. कुछ लोग हैरान थे क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री के नाम लेकर इस प्रकार की स्थिति गले नहीं उतर रही थी. केंद्रीय मंत्री अपना संबोधन जारी रखे हुए थे. केंद्र सरकार के कार्यों का लेखाजोखा लोगों के सामने रख रहे थे.

केंद्रीय मंत्री वर्जुअली इस कार्यक्रम से जुड़े थे और वहीं से भाषण दे रहे थे. इसलिए पास में ऐसा कोई बैठा भी नहीं था तो इस गलती के बारे में उनको बता सके. लोग हैरान थे कि क्या गडकरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में जानकारी नहीं है. माना जा रहा है गडकरी जैसे सी‍नियर नेता की ओर की ओर से की गई ये गलती महज संयोग नहीं है.

पहले उद्घाटन को लेकर हुआ था विवाद: इस पुल के उद्घाटन को लेकर पहले ही विवाद हुआ था. पुल के उद्घाटन को लेकर बनाये गये पोस्टर में सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर नहीं थी. जेडीयू के किसी नेता को न्योता नहीं मिला था. समारोह में नितिन गडकरी के अलावा आरके सिंह, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, दोनों डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी मौजूद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, सांसद रामकृपाल यादव, विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, राजद की विधायक किरण देवी और राजद विधायक भाई वीरेंद्र को बुलाया गया था.

पोस्टर में नीतीश कुमार को जगह मिली: 266 करोड़ की लागत से एनएच-30 (922) के कोईलवर में सोन नदी पर बने डाउनस्ट्रीम 3 लेन पुल के उद्घाटन समारोह में सीएम को नहीं बुलाने और पोस्टर में जगह नहीं देने पर बिहार की राजनीति गरमा गयी थी. बीजेपी और जेडीयू के रिश्ते को लेकर भी सवाल उठने लगे थे. विपक्ष इसको लेकर एनडीए पर तंज कस रहा था. ऐसे में आखिरकार पुराने पोस्टर को हटाया गया और नए पोस्टर लगा गए. जिसमें अब नीतीश कुमार की तस्वीर लगाई गई.

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Last Updated :May 15, 2022, 10:11 AM IST
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