अमित शाह के दौरे से पूर्व नीतीश ने बदला गेम प्लान, बेगूसराय गोलीकांड पर सीएम के बयान का विश्लेषक निकाल रहे ये मतलब

author img

By

Published : Sep 15, 2022, 8:50 PM IST

नीतीश

देश के राजनीतिक दलों के लिए मिशन 2024 बड़ी चुनौती है. 2024 के लिए बैटलग्राउंड बिहार बनता जा रहा है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीमांचल की धरती से अभियान की शुरुआत करने की तैयारी में हैं तो बेगूसराय गाेलीकांड के बाद बैकफुट पर चल रहे नीतीश कुमार ने अपने स्टैंड से सबको चौंका दिया (Politics on Begusarai incident).

पटना:मिशन 2024 के लिए बिहार की पिच पर राजनेता बल्लेबाजी के लिए तैयार हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीमांचल से मिशन 2024 का आगाज करेंगे तो नीतीश कुमार ने भी गेम प्लान में बदलाव किया है. अब वो कास्ट और रिलीजन कार्ड के जरिए भाजपा को चुनौती देने के मूड में हैं. आमतौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति और धर्म पर आधारित बयान नहीं देते हैं (Nitish statement on Begusarai incident). बेगूसराय की घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार के राजनीतिक स्टैंड ने सबको चौंका दिया (Politics on Begusarai incident).

इसे भी पढ़ेंः बेगूसराय गोलीकांड को नीतीश दे रहे जातीय रंग, ये साजिश थी तो पुलिस कहां थी: सुशील मोदी

बिहार में राजनीति तेज, वीडियो में देखिये नेताओं के दांव पेच.


वोट बैंक खिसकने का सता रहा डरः बेगूसराय की घटना से बिहार सरकार बैकफुट पर है. नीतीश कुमार अपने स्वभाव के विपरीत बयानबाजी कर रहे हैं. 17 साल के दौरान यह पहला मौका है जब किसी आपराधिक घटना के बाद नीतीश कुमार ने कास्ट और रिलीजन कार्ड का सहारा लिया है. बेगूसराय की घटना के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि गोलीबारी की घटना के जरिए अल्पसंख्यक और पिछड़ों को टारगेट किया जा रहा था. दरअसल नीतीश कुमार को पिछड़ा अति पिछड़ा वोट बैंक खिसकने का डर सता रहा है.

इसे भी पढ़ेंः 'नीतीश ने करवाई गोलीबारी', बेगूसराय गोलीकांड पर गिरिराज सिंह का बड़ा आरोप

अमित शाह के सीमांचल दौरे से जदयू चौकन्नाः जदयू नेताओं को लग रहा है कि अमित शाह के सीमांचल दौरे से भाजपा की सियासत को धार मिलने वाली है. ऐसे में डैमेज कंट्रोल के लिए नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक और पिछड़ों अति पिछड़ों को संदेश देने की कोशिश की है कि हम पूरी तरह आपके साथ हैं. आपको डरने की जरूरत नहीं है. पिछले कुछ साल से भाजपा की नजर अति पिछड़ा वोट बैंक पर है. रणनीति के तहत भाजपा ने अति पिछड़ा समुदाय से आने वाले दो नेताओं को उप मुख्यमंत्री बनाया था. भाजपा ने धानुक जाति से आने वाले अति पिछड़ा समुदाय के नेता को राज्यसभा भी भेजा था.

इसे भी पढ़ेंः महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार बिहार आएंगे अमित शाह, सीमांचल में करेंगे रैली

"नीतीश कुमार मुद्दों को भटकाने के लिए धर्म और जातिवादी कार्ड खेल रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि जहां से गोलीबारी शुरू हुई है वह भूमिहारों का इलाका है और आगे कोई घनी आबादी नहीं है. नीतीश कुमार का बयान अफसोस जनक है"- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद


सुशील मोदी अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैंः भाजपा के वार के बाद राजद नीतीश कुमार के बचाव में उतर आई है नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि कुछ लोग बेगूसराय की घटना को अलग रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, वे अपने मंसूबे में कामयाब होने वाले नहीं हैं. पूरे घटनाक्रम पर सरकार की नजर है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि हमारे नेता धर्म और जाति की राजनीति नहीं करते हैं, वह सबका विकास के सिद्धांत पर काम करते हैं. सुशील मोदी हताश और निराश हैं इसलिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.


वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक कौशलेंद्र प्रियदर्शी का मानना है कि नीतीश कुमार को अति पिछड़ा वोट सरकने का भय सता रहा है. लिहाजा वह बेगूसराय की घटना के बाद कास्ट और रिलीजन कार्ड खेल रहे हैं. अमित शाह जहां हिंदू कार्ड खेलेंगे वहीं नीतीश कुमार भी अपने वोटरों को इंटेक्ट रखने के लिए सियासी दांव चल रहे हैं. आमतौर पर नीतीश कुमार आपराधिक घटनाओं के बाद ऐसे बयानबाजी नहीं करते हैं.

इसे भी पढ़ेंः बेगूसराय गोलीकांड: पुलिस ने फोटो जारी कर इनाम की घोषणा की, सवाल- कहां हैं बंदूकबाज?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.