बिहार में 5 स्टेट हाईवे के निर्माण का रास्ता साफ, 329 मिलियन डॉलर ऋण देगा ADB

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Published : Nov 30, 2021, 9:37 PM IST

Bihar State Highways

बिहार स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट-3 फेज-2 के अंतर्गत 5 राज्य उच्च पथों का निर्माण एशियन डेवलपमेंट बैंक ( Asian Development Bank ) के वित्त संपोषण ( Lona for Construction of Bihar State Highways ) से किया जाना है. पढ़ें पूरी खबर...

पटना: बिहार स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट-3 ( Bihar State Highways ) फेज-2 के अंतर्गत पांच राज्य उच्च पथ के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक ( Asian Development Bank ) से ऋण लेने का रास्ता प्रशस्त हो गया है. स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट दो के तहत 2680 करोड़ की योजना पर काम होना है. इसके अलावा कई योजना पूरी भी हो गई है, जिसमें उदाकिशुनगंज से भटगामा तक का पथ बनकर तैयार है और इसके उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से समय मांगा गया है.

स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट दो के तहत जिन 5 पथों का निर्माण होना है. पथ संख्या-95 ( मानसी-सिमरी बख्तियारपुर पथ ), SH-98 ( कटिहार-बलरामपुर पथ ), SH-99 ( बायसी-बहादुरगंज- दीघल बैंक पथ ), SH-101 ( अम्बा-देव-मदनपुर पथ ), SH-103 ( मंझवे-गोविंदपुर पथ ) और SH-105 ( बेतिया-नरकटियागंज पथ ) जिसका निर्माण एशियन डेवलपमेंट बैंक के वित्त संपोषण से किया जाना है, के लिए भारत सरकार के DEA के द्वारा ADB से ऋण लिये जाने हेतु DEA और ADB द्वारा BSRDCL के अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई.

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इन सड़कों को अंतरराष्ट्रीय मानक के आधार पर चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाना है. सभी परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 2680 करोड़ आंकी गई है. इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक लगभग 329 मिलियन डॉलर का ऋण भारत सरकार को देगी. सभी परियोजनाओं का कार्यान्वयन बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा. Department of Economic Affairs, GoI के द्वारा समीक्षा के क्रम में भू-अर्जन पर वार्ता हुई. DEA के मार्गदर्शिका के अनुसार कम से कम 80% भूमि का अर्जन किया जाना आवश्‍यक होगा.

प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि राज्‍य उच्‍च पथ सं०-95, राज्‍य उच्‍च पथ सं०-98, राज्‍य उच्‍च पथ सं०-101 में पर्याप्‍त मात्रा में भू-अर्जन कर ली गई है. राज्‍य उच्‍च पथ संख्या-99, 105 और 103 में भू-अर्जन का कार्य संतोषजनक है तथा उन्‍होंने आशा जताई कि जुलाई, 2022 तक DEA के मार्गदर्शिका के अनुरूप भू-अर्जन का कार्य पूरा करा लिया जायेगा.

DEA द्वारा ADB से Loan Negotiation अगस्‍त, 2022 में किये जाने का लक्ष्‍य रखा गया है. ADB द्वारा इस दौरान संवेदक के चयन हेतु निविदा की प्रक्रिया आरंभ करने की हरी झंडी दे दी गई है. बताते चलें कि इन परियोजनाओं के लिए ADB के वेबसाइट पर Advance Contracting Notice प्रदर्शित की गई है. सभी निविदाओं से संवेदक का चयन मई, 2022 तक करने का लक्ष्‍य रखा गया है.

राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -95 के निर्माण से सिमरी बख्तियारपुर पर आवागमन में लगभग 2 से 2:30 घंटे की बचत होगी तथा इस मार्ग में प्रस्‍तावित पूल से मानसी से सहरसा जाने में 200 किमी की लगभग दूरी कम होगी.

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राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या- 98 के निर्माण पूर्वी बिहार से उत्‍तरी पश्चिम बंगाल आने जाने में सुविधा होगी. वहीं राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या- 99 के बन जाने से सुदूरवर्ती जिले किशनगंज से एनएच-30, एनएच-327 एवं इंडो-नेपाल बॉडर रोड के द्वारा बिहार के अन्‍य जगहों पर आने-जाने में सुविधा होगी.

एनएच-101 के निर्माण्‍ के फलस्‍वरूप अम्‍बा माता के मंदिर तथा देव के सूर्य मंदिर जाना आसान हो जायेगा. इससे इन स्‍थानों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही गया, नवादा, बिहारश्‍रीफ, बांका, भागलपुर, औरंगाबाद आदि जगहों पर पहुंचने के लिये अपेक्षाकृत कम दूरी तय करना पड़ेगा तथा समय की बचत होगी.

एनएच-103 नवादा एवं झारखण्‍ड के खनिज तत्‍वों वाले क्षेत्रों में वाहनों के आवागमन में सुविधा होगी. ककोलत जल प्रपात पर्यटन स्‍थल जाने में भी सुविधा होगी. इसके अतिरिक्‍त यह राज्‍य उच्‍च पथ देवघर एवं गया जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का काम करेगा.

बेतिया से नरकटियागंज राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -105 के बन जाने से बेतिया से नरकटियागंज आने जाने हेतु वैकल्पिक मार्ग का काम करेगा तथा चनपटिया से नरकटियागंज आने-जाने हेतु कम दूरी तय करना पड़ेगा.

परियोजना की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि बिहार की सड़कों के विकास के लिए मुख्यमंत्री के संकल्प, जो बिहार के किसी भी हिस्से से पांच घंटा में पटना पहुंचने का है, को साकार करने में इन पथों का निर्माण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

उन्‍होंने बताया कि मार्ग आरेखण में पेड़ों का पुर्नस्‍थापन किया जायेगा, जिससे पर्यावरण की रक्षा हो सके तथा सभी मार्गों पर वृक्षारोपण वृहत पैमाने पर किया जायेगा. आरेखण में आ रहे घरों को पुनर्वासन किया जायेगा तथा उन्‍हें रहने के लिए वैकल्पिक स्‍थान दिया जाएगा.

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