बिजली बिल के नाम पर ठगी! सायबर फ्रॉड ने उपभोक्ताओं के डाटा में लगाई सेंध, लोगों को ऐसे बना रहे निशाना..

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Published : Apr 26, 2022, 7:15 PM IST

बिजली बिल के नाम पर साइबर फ्रॉड

बिहार की राजधानी पटना समेत कई शहरों में सायबर फ्रॉड ने बिजली उपभोक्ताओं का डाटा चोरी (Cyber fraud stolen personal data of electricity consumers in Bihar) कर लिया है. डाटा का गलत इस्तेमाल करके साइबर अपराधी बिजली बिल बकाया का मैसेज भेजकर लोगों को निशाना बना रहे हैं. पढ़ें ये रिपोर्ट..

पटना: देश डिजिटल दुनिया की तरफ आगे बढ़ रहा है. इस दुनिया में साइबर ठग भी नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं. ताजा मामला ऊर्जा विभाग का है जहां प्रदेश के कई बिजली उपभोक्ताओं के नंबर पर बिजली बिल जमा करने को लेकर फ्रॉड मैसेज भेजकर चूना लगाया (Cyber fraud in name of Electricity Bill) जा रहा है. अभी तक बिजली विभाग या बिहार आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से साइबर अपराधों का पता नहीं लग पाया है. यह साइबर फ्रॉड पटना समेत बिहार के कई जिलों के बिजली उपभोक्ताओं के बकाया राशि के रूप में चुना लगा चुके हैं.

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बिजली बिल के नाम पर साइबर फ्रॉड: साइबर ठग ने पटना (Cyber Fraud in Patna) जिले के दीघा थाना क्षेत्र के अमरेश कुमार के मोबाइल पर मैसेज देकर अकाउंट से ₹5000 उड़ाने का काम किया है. जिसके बाद अमरेश कुमार ने बिजली विभाग दीघा थाना को इस मामले की सूचना दी है. इस मामले को लेकर बिजली विभाग ने संज्ञान लेते हुए बिहार बीएसपीएचसीएल और बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने बैठक की है. कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं के डाटा का गलत इस्तेमाल करने वाले साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर ली है.

बिजली काटने का भेज रहे फ्रॉड मैसेज: साइबर अपराधी बिजली कंज्यूमर को बकाया बिल के मैसेज के साथ एक मोबाइल नंबर और बिल जमा करने के लिए लिंक भेज रहे हैं. मैसेज में यह भी सूचित किया जा रहा है कि बिल एक सीमित अवधि तक जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया जायेगा. मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल करने पर फोन काट दिया जाता है और फिर एक मैसेज भेजा जाता है कि आप दिये गये लिंक से पैसे जमा कीजिए. लिंक के जरिये उपभोक्ताओं से ओटीपी भी लिया जाता है.

फ्रॉड पर नकेल कसने की रणनीति: बिजली विभाग के सीनियर प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि इस तरह का मामला सामने आया है. पटना और मुजफ्फरपुर के साथ कई जिलों में यह मामला अब बढ़ने लगा है. इस मामले को देखते हुए ऊर्जा विभाग के सीनियर अधिकारी ने आर्थिक अपराध इकाई से बातचीत कर ऐसे फ्रॉड पर नकेल कसने के लिए रणनीति बनाई है. अब साइबर अपराधियों को बिजली उपभोक्ताओं को बरगलाना आसान नहीं होगा.

''बिजली उपभोक्ताओं से अपील है कि साइबर अपराधियों के फोन आने के बाद वे उनके खिलाफ तुरंत थाने में केस दर्ज कराए. इसके अलावा अगर उपभोक्ता साइबर क्राइम का शिकार होता है तो उसे थाने में केस दर्ज कराने से हिचकना नहीं चाहिए. उपभोक्ताओं को किसी संदिग्ध ऐप या लिंक के जरिए भुगतान करने से बचना चाहिए. उन्हें हमेशा बिजली बिल भुगतान के लिए कंपनी के प्रमाणित बिहार बिजली स्मार्ट मीटर ऐप, सुविधा ऐप और वेबसाइट का उपयोग करना चाहिए.''- ख्वाजा जमाल, सीनियर प्रोटोकॉल अधिकारी, ऊर्जा विभाग

साइबर क्राइम से निपटने के लिए रहें जागरूक: सीनियर प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल ने कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए जागरुक होना ही सबसे बड़ा हथियार है. कंपनी आर्थिक अपराध इकाई की सहयोग से साइबर अपराधियों पर लगाम लगाएगी. हम आर्थिक अपराध इकाई से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. उपभोक्ताओं को समझना होगा कि कंपनी की ओर से कभी भी कनेक्शन काटने का एसएमएस उपभोक्ताओं को भेजे जाने पर उसमें मोबाइल नंबर का जिक्र नहीं होता है. साथ ही कंपनी कभी भी छुट्टी वाले दिन कोई कनेक्शन नहीं काटती है. अगर उपभोक्ता के पास ऐसे फोन आए तो बिजली विभाग के स्थानीय कार्यालय में संपर्क करना चाहिए.

नोट: ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा साइबर फ्रॉड की वेबसाइट :https//cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

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