Bihar Terror Module: सनाउल्लाह से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी कर चुकी है पूछताछ, FIR में तीसरे नंबर पर है आरोपी

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Published : Jul 17, 2022, 8:28 PM IST

Bihar Terror Module

पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार अतहर परवेज और जलालुद्दीन से संबंधित नए खुलासे के बाद जांच और गिरफ्तारी का दायरा बिहार से बढ़कर यूपी तक पहुंच (Bihar Terror Module) गया है. खुफिया जानकारी के आधार पर लगातार गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं एफआईआर में शामिल 26 लोगों में कई के परिजन बता रहें है कि नामजद उनके बच्चों के काम-काज के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. वहीं सूची में शामिल 26 वें आरोपी ने अलग ही बयान दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना/दरभंगाः बिहार में पिछले दिनों भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद रोजान नए खुलासे (Bihar Terror Module Case update) हो रहे हैं. आईबी की जांच में गिरफ्तार लोगों के कनेक्शन पाकिस्तान और बांगलादेश से मिले हैं. इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पटना समेत मधुबनी, दरभंगा, अररिया, कटिहार, मधुबनी में छापेमारी हो चुकी है. मामले में बिहार और उत्तर प्रदेश से अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. फुलवारी शरीफ एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि लखनऊ से नूरुद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट नूरुद्दीन को यूपी एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया गया है. नूरुद्दीन जंगी के विरुद्ध पुख्ता साक्ष्य मिले हैं. जो एफआईआर हुआ था उसमें यह नामजद है.

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अब तक 8 गिरफ्तार: अब तक मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज, अरमान मलिक, ताहिर अहमद, शब्बिर मलिक, शमीम अख्तर और इलियास ताहिर उर्फ मगरूब को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से तीन की पहले गिरफ्तारी हुई थी और जांच के दौरान और चार लोगों को पकड़ा गया था. वहीं अब इलियास ताहिर उर्फ मगरूब को अरेस्ट किया गया है. इधर नालंदा जिले के सोहराय से शमीम अख्तर को धर दबोचा गया है. वहीं शब्बिर मलिक को भी पकड़ा गया है. आईबी की जांच में पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार अतहर परवेज और जलालुद्दीन के अलावा 24 संदिग्धों के नाम सामने आए जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. गिरफ्तारी के बाद प्राथमिकी में नालंदा, सारण, पटना, चंपारण और दरभंगा के भी कई संदिग्धों के नाम शामिल हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार फुलवारी शरीफ इलाके से पकड़े गए पीएफआई (Popular Front of India) के दो सदस्य मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को बेऊर जेल में अलग-अलग सेल में रखा गया है. इनकी गिरफ्तारी के बाद बेऊर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं अब यूपी के लखनऊ से नूरुद्दीन जंगी की गिरफ्तारी हुई है.

26 लोगों पर नामजद FIR दर्जः बताते चले कि 11 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ में दो संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने के बाद पटना पुलिस के द्वारा इस मामले में 26 लोगों पर नामजद FIR दर्ज किया गया। जिसमें से दरभंगा जिले से 3 संदिग्धों के नाम शामिल है जिसमें एक दरभंगा के उर्दू बाजार के शेर मोहम्मद गली का रहने वाला पेशे से वकील नूरुद्दीन जंगी को पटना पुलिस के इनपुट पर उत्तर प्रदेश एटीएस ने लखनऊ से पकड़ लिया हैं. वहीं देश विरोधी गतिविधि में शामिल लोगों के ऊपर पुलिस अपनी दबिश बढ़ाते हुए गिरफ्तारी के छापेमारी करने में जुटी हुई है. देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े संदिग्ध लोगों की छापेमारी लगातार सभी जगह चल रही है. इसी कड़ी में दरभंगा पुलिस के वरीय अधिकारी के नेतृत्व में पांचवें नंबर के आरोपी और पीएफआई के बिहार महासचिव सनाउल्लाह के घर सहित तीनों संदिग्ध आतंकी के घरों पर छापेमारी की गई है.

"मेरा बेटा कुछ दिनों से मेरे संपर्क में नहीं है. वह छोटे-मोटे कार्यक्रम करता रहता है. उसने कार्यक्रम के बारे में कहा कि कुछ प्रोग्राम गुप्त रूप से होता था. कुछ खुले रूप से होता है. सनाउल्लाह छात्र जीवन से ही पॉपुलर फ्रंट से जुड़ा हुआ है. मैं अपने बेटे को हमेशा गलत रास्ते पर चलने से रोकता रहा हूं. इससे पहले भी सनाउल्लाह से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी 3 दिनों तक पूछताछ कर चुकी है."- समशील अहमद, सनाउल्लाह के पिता

"पीएफआई को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. ऐसी ही साजिश 2020 में की गई थी. उसके बाद रामनवमी के समय भी जो दंगे हुए उसमें भी पीएफआई को घसीटा गया, लेकिन किसी में भी आरोप साबित नहीं हुआ है. यह संगठन दलित पिछड़े वर्गों के लिए काम करता है. विशेषकर मुस्लिम संप्रदाय के लिए और इसका नाम जानबूझकर घसीटा जाता है. जबकि किसी भी मामले में आरोप साबित नहीं हुआ है. फिर एक बार फुलवारी शरीफ में भी उनका नाम आया है, लेकिन इस बार भी आरोप साबित नहीं होगा."-परवेज आलम, PFI के जिला कोऑर्डिनेटर (NIA की लिस्ट में नामजद आरोपी)

11 जुलाई की रात हुई थी छापेमारीः बता दें कि अतहर परवेज और जलालुद्दीन समेत 3 की गिरफ्तारी के बाद पटना एसएसपी ने बताया कि हमें पहले से सूचना थी कि फुलवारीशरीफ के नयाटोला नहर के पास एक मकान में देश विरोधी और मुख्य रूप से समुदाय विरोधी कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में 6-7 जुलाई को यहां पर मार्शल आर्ट के नाम पर कुछ स्थानीय लोगों को चरमपंथी लोगों द्वारा तलवार, चाकू चलाने का प्रशिक्षण सहित दूसरे समुदाय के प्रति उन्मादित करने, साम्प्रदायिक विद्वेष पैदा करने का प्रयास किया गया था. पुलिस के पास पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी है. बाद में पुलिस ने 11 जुलाई की रात छापेमारी की और अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया.

FIR में 26 नाम : अतहर परवेज और जलालुद्दीन के अलावा 24 और संदिग्ध हैं जो लोगों को बरगलाने का काम करते थे. एफआईआर में दर्ज नामों में 1- समीम अख्तर, 2-रियाज मॉरिफ, 3-सनाउल्लाह, 4-तौसिफ, 5-महबूब आलम, 6-एहसान परवेज, 7-मो. सलमान, 8-मो. रसलान (सचिव, बिहार-बंगाल क्षेत्रीय समिति PFI), 9-महबूब-ऊर-रहमान, 10- इम्तियाज दाऊद, 11-महबूब अलम, 12-खलीकुर जमा, 13-मो. अमीन आलम (टीचर ट्रेनिंग कॉलेज गोनपुरा फुलवारीशरीफ के कर्मचारी), 14-जिशान अहमद, 15-रियाज अहमद, 16-मंजर परवेज, 17- नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन, 18- मो. रियाज (PFI का राष्ट्रीय नेता), 19- मो. अंसारुल हक (मिथिलांचल यूनिट का निदेशक प्रभारी), 20- मंजहरुल इस्लाम, 21- अब्दुर्रहमान, 22 मो. मुस्तकिन, 23- अरमान मलिक, 24- परवेज आलम (राज्य कमेटी सदस्य PFI मिथिलांचल), ये वो लोग हैं जो समय समय पर फुलवारीशरीफ आकर ब्रेनवॉश करते थे. भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करते थे.

सिमी के रूप में PFI कर रहा काम: आपको बता दें कि पुलिस के अनुसार सिमी के पूर्व सदस्यों के सहारे यह नया संगठन बन रहा था. इसमें पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े लोग शामिल थे. यह नेटवर्क भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए मिशन 2047 के झंडे पर काम कर रहा था. इसके लिए नेटवर्क ने अपना ठिकाना पटना को बनाया था. एफआईआर में जिन 26 लोगों का नाम जुड़ा है उनमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बाकी की गिरफ्तारी के लिए एनआईए और पटना पुलिस प्रयासरत है. मिल रही जानकारी के अनुसार भारत में सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद PFI सिमी के रूप में काम कर रही है.

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