पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ 48 घंटे के संघर्षविराम की घोषणा की
पाकिस्तान ने कहा, राजनयिक स्तर पर बातचीत की करेंगे शुरुआत. दोनों ओर से लड़ाई में हुआ भारी नुकसान.

Published : October 15, 2025 at 8:26 PM IST
इस्लामाबाद : पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर चल रही लड़ाई 48 घंटे के लिए बंद रहेगी. इसको लेकर दोनों देशों के बीच अस्थायी युद्ध विराम की घोषणा की गई है. ताजा झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच में यह सहमति बनी है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने यह समझौता इसलिए किया, ताकि आपसी शत्रुता कम कर सकें. उन्होने यह भी कहा कि हमारी बातचीत जल्द शुरू होगी. पाकिस्तान ने कहा कि हम डिप्लोमैटिक चैनल से बातचीत चाहते हैं ताकि लड़ाई के कारण जान-माल का नुकसान न हो.
आपको बता दें कि अफगानिस्तान के दक्षिणी कंधार प्रांत में फिर से पाकिस्तान के साथ लड़ाई शुरू हो गई थी. बुधवार सुबह भी दोनों ओर से तेज हमले किए गए. पाकिस्तानी सेना ने हवाई हमले का भी प्रयोग किया. अफगान अधिकारियों ने खुद 15 नागरिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की. उन्होंने यह भी कहा कि उनके 100 से अधिक फाइटर्स घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
The Afghans have debunked Pakistani lies and made it clear that the Pakistan army sought a ceasefire to which Afghans agreed. Reminds you of Op Sindoor when Pakistanis requested for a ceasefire and then claimed that it was India that asked for it. Never quite understood why GOI… https://t.co/pNUHq4zMBS
— sushant sareen (@sushantsareen) October 15, 2025
इससे पहले पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को कहा कि उसने अफगानिस्तान सीमा पर तालिबान के कई हमलों को विफल कर दिया तथा 40 से अधिक हमलावरों को मार गिराया. सेना ने कहा कि अफगान तालिबान ने पीओके के बलूचिस्तान प्रांत के स्पिन बोल्डक क्षेत्र में चार स्थानों पर हमला किया, जिसे पाकिस्तानी सेना ने विफल कर दिया.
सेना ने कहा, ‘‘हमले को नाकाम करते हुए 15-20 अफगान तालिबानियों को मार गिराया गया और कई घायल हो गये.’’ सेना की ओर से कहा गया है कि स्थिति तेजी से बदल रही रही है क्योंकि ‘फितना अल ख्वारिज’ और अफगान तालिबान के ठिकानों पर और भी जमावड़ा होने की खबरें हैं.
फितना अल-ख्वारिज शब्द का इस्तेमाल पाकिस्तानी अधिकारी प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों के लिए करते हैं. सेना ने कहा कि यह हमला क्षेत्र के विभाजित गांवों में किया गया था और तालिबान ने नागरिक आबादी के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाया.

उसने कहा, ‘‘अफगान तालिबान ने अपनी तरफ स्थित पाक-अफगान मैत्री फाटक को भी नष्ट कर दिया, जो स्पष्ट रूप से आपसी व्यापार और विभाजित जनजातियों की सुगमता के अधिकारों के संबंध में उनकी मानसिकता को दर्शाता है.’’

पाकिस्तानी सेना ने कहा कि पीओके के स्पिन बोल्डक में हुआ हमला कोई अकेली घटना नहीं थी, क्योंकि 14 अक्टूबर की रात को अफगान तालिबान और फितना अल ख़्वारिज (टीटीपी) ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम सेक्टर में पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हमला करने की कोशिश की थी.

उसने कहा ,‘‘इन हमलों को प्रभावी ढंग से नाकाम कर दिया गया, जिससे अफगान चौकियों को भारी नुकसान हुआ। पाकिस्तानी सैनिकों की प्रभावी लेकिन उचित जवाबी कार्रवाई में छह टैंकों समेत आठ चौकियां नष्ट हो गईं तथा 25-30 अफगान तालिबान और फितना अल ख्वारिज के लड़ाकों के मारे जाने की आशंका है.’’
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