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पाकिस्तानी हैकर्स ने भारतीय वेबसाइट्स पर किए 15 लाख से ज्यादा साइबर अटैक, जानें फिर क्या हुआ - PAKISTANI HACKERS TARGET INDIA

पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी हैकर्स ने भारतीय वेबसाइट्स पर 15 लाख से ज्यादा साइबर अटैक्स किए हैं.

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रिप्रेजेंटेल इमेज (फोटो - Getty Images)
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By ETV Bharat Tech Team

Published : May 14, 2025 at 8:41 PM IST

2 Min Read

हैदराबाद: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान-बेस्ड ग्रुप्स ने भारतीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर जबरदस्त साइबर अटैक किए हैं. इसकी सूचना खुद महाराष्ट्र की नोडल साइबर एजेंसी ने दी है. इस एजेंसी ने एडवांस परसिसटेंट थ्रेट (APT) ग्रुप्स की पहचान की है. इसमें भारतीय वेबसाइट्स पर 15 लाख से ज्यादा साइबर अटैक्स किए हैं. पीटीआई के अनुसार, इनमें से 150 साइबर अटैक्स सफल हुए हैं.

महाराष्ट्र साइबर की 'रोड ऑफ सिंदूर' नाम की रिपोर्ट में पाकिस्तान समर्थित हैंकिंग ग्रुप्स द्वारा शुरू किए गए साइबर वार की जानकारी को विस्तार में बताया गया है. महाराष्ट्र ने सात हैकिंग ग्रुप्स की पहचान की है, जिनमें APT 36, पाकिस्तान साइबर फोर्स, टीम इनसेन पीके, मिस्टीरियस बांग्लादेश, इंडो हैक्स सेक, साइबर ग्रुप HOAX 1337, और नेशनल साइबर क्रू का नाम शामिल है. इन सभी ग्रुप्स ने भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर साइबर अटैक किए हैं.

महाराष्ट्र की साइबर एजेंसी ने किया खुलासा

CERT-महाराष्ट्र (MH-CERT) की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि हमले के कुछ ही दिनों में 1 करोड़ से भी ज्यादा साइबर अटैक्स की कोशिश की गई. इनमें डीडीओएस (DDoS) हमले, वेबसाइट डीफेसमेंट्स, फिशिंग कैंपन, क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस पोर्टल समेत कई पब्लिक फेसिंग असेट्स पर भी अटैक किए गए. महाराष्ट्र की साइबर एजेंसी के अनुसार, पाकिस्तानी हैकर्स अकेले काम नहीं कर रहे बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों के साइबर ग्रुप्स भी मिलकर काम कर रहे हैं. एजेंसी ने इस साइबर अटैक्स और इन्हें करने वाले ग्रुप्स के बारे में बताया कि उनका मकसद भारत के इंटरनल सिस्टम को डैमेज करना है और गलत सूचना फैलाकर जनता में दहशत फैलाना और उनका भरोसा तोड़ना है.

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र साइबर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई खत्म होने के बाद पाकिस्तानी साइबर ग्रुप्स की ओर से भारत की सरकारी वेबसाइट्स पर होने वाले साइबर अटैक्स कम तो हुए लेकिन पूरे तरह से बंद नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि, ये हमले पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और मीडिल ईस्ट के कई देशों से किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: WhatsApp ने दूरसंचार मंत्रालय के साथ मिलाया हाथ, ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर क्राइम पर लगेगी लगाम!

हैदराबाद: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान-बेस्ड ग्रुप्स ने भारतीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर जबरदस्त साइबर अटैक किए हैं. इसकी सूचना खुद महाराष्ट्र की नोडल साइबर एजेंसी ने दी है. इस एजेंसी ने एडवांस परसिसटेंट थ्रेट (APT) ग्रुप्स की पहचान की है. इसमें भारतीय वेबसाइट्स पर 15 लाख से ज्यादा साइबर अटैक्स किए हैं. पीटीआई के अनुसार, इनमें से 150 साइबर अटैक्स सफल हुए हैं.

महाराष्ट्र साइबर की 'रोड ऑफ सिंदूर' नाम की रिपोर्ट में पाकिस्तान समर्थित हैंकिंग ग्रुप्स द्वारा शुरू किए गए साइबर वार की जानकारी को विस्तार में बताया गया है. महाराष्ट्र ने सात हैकिंग ग्रुप्स की पहचान की है, जिनमें APT 36, पाकिस्तान साइबर फोर्स, टीम इनसेन पीके, मिस्टीरियस बांग्लादेश, इंडो हैक्स सेक, साइबर ग्रुप HOAX 1337, और नेशनल साइबर क्रू का नाम शामिल है. इन सभी ग्रुप्स ने भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर साइबर अटैक किए हैं.

महाराष्ट्र की साइबर एजेंसी ने किया खुलासा

CERT-महाराष्ट्र (MH-CERT) की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि हमले के कुछ ही दिनों में 1 करोड़ से भी ज्यादा साइबर अटैक्स की कोशिश की गई. इनमें डीडीओएस (DDoS) हमले, वेबसाइट डीफेसमेंट्स, फिशिंग कैंपन, क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस पोर्टल समेत कई पब्लिक फेसिंग असेट्स पर भी अटैक किए गए. महाराष्ट्र की साइबर एजेंसी के अनुसार, पाकिस्तानी हैकर्स अकेले काम नहीं कर रहे बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों के साइबर ग्रुप्स भी मिलकर काम कर रहे हैं. एजेंसी ने इस साइबर अटैक्स और इन्हें करने वाले ग्रुप्स के बारे में बताया कि उनका मकसद भारत के इंटरनल सिस्टम को डैमेज करना है और गलत सूचना फैलाकर जनता में दहशत फैलाना और उनका भरोसा तोड़ना है.

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र साइबर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई खत्म होने के बाद पाकिस्तानी साइबर ग्रुप्स की ओर से भारत की सरकारी वेबसाइट्स पर होने वाले साइबर अटैक्स कम तो हुए लेकिन पूरे तरह से बंद नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि, ये हमले पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और मीडिल ईस्ट के कई देशों से किए जा रहे हैं.

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