जयपुर: पशु परिचर भर्ती में नॉर्मलाइजेशन कर रिजल्ट जारी किए जाने के विरोध में युवा सोमवार को कर्मचारी चयन बोर्ड का घेराव करने पहुंचे. उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले को युवाओं के साथ बड़ा धोखा बताया. साथ ही चेतवानी दी कि यदि सात दिनों में अभ्यर्थियों के साथ न्याय करते हुए परिणाम में संशोधन नहीं किया गया, तो कर्मचारी चयन बोर्ड का दोबारा घेराव किया जाएगा. इससे पहले प्रदर्शन के दौरान उग्र हुए 6 युवाओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया.
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से हाल ही में पशु परिचर भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी किया गया. परिणाम में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को अपनाया गया. युवाओं का आरोप है इस प्रक्रिया के कारण लाखों अभ्यर्थियों के परिणाम में विभिन्नता आई है. इसके कारण अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थी भी भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गए हैं और कम अंक लाने वाले अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में आगे बढ़ गए.
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युवा शक्ति एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष मनोज मीणा ने बताया कि पशु परिचर भर्ती परीक्षा के परिणाम में नॉर्मलाइजेशन फार्मूले का प्रभाव लाखों बेरोजगार युवाओं और उनके परिवारों की मानस पर पड़ रहा है. ऐसे में उनकी मांग है कि पशु परिचर भर्ती परीक्षा का परिणाम बिना नॉर्मलाइजेशन किए जारी किया जाए. आगामी समय ने आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाओं को एक ही पारी में आयोजित की जाए, ताकि सभी उम्मीदवारों के लिए समान परिस्थितियां हो, इससे नॉर्मलाइजेशन की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी. परिणाम पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे.

उन्होंने बताया कि इस संबंध में बोर्ड सचिव से मुलाकात की, जिन्होंने खुद नॉर्मलाइजेशन फार्मूले को अभ्यर्थियों के साथ अन्याय बताया. आगामी 7 दिनों में ऐसे किसी फार्मूले पर विचार किया जाएगा, जिससे अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके. यदि 7 दिन में संशोधित परिणाम जारी नहीं किया जाता तो फिर बोर्ड का घेराव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इस नॉर्मलाइजेशन फार्मूले को हटाने की मांग पर ध्यान नहीं देगी, तब तक युवाओं का संघर्ष जारी रहेगा.
एनएसयूआई ने दिया युवाओं को समर्थन: एनएसयूआई प्रदेश प्रवक्ता अमरदीप परिहार ने कहा कि इस मामले में उन्होंने युवाओं को समर्थन दिया है. नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला को लेकर अपनी बात रखने के लिए युवा कर्मचारी चयन बोर्ड गए थे, लेकिन आज लोकतंत्र में अपनी बात कहना भी गलत हो गया है. अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड पहुंचे युवाओं के साथ ना तो पुलिस प्रशासन का रवैया अच्छा था और ना ही बोर्ड के अधिकारियों का. लेकिन युवा इससे घबराने वाला नहीं है. और युवा जल्द से जल्द नॉर्मलाइजेशन जैसे कैंसर को हटाने का काम करेगा.