कानपुर: भले ही उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस के आला अफसर ये दावा करें कि शहर में पुलिस अपना काम बेहतर ढंग से कर रही है पर, ऐसा हकीकत में नहीं है. कानपुर शहर के सजेती थाना क्षेत्र के गांव कुटरा निवासी जीत बहादुर ने इसलिए जान दे दी, क्योंकि उसको पुलिस ने कुछ दिनों पहले पीटा था.
जैसे ही नौ जून को पुलिस के पास जीत के पिता रमेश ने बेटे के आत्महत्या करने की जानकारी दी तो आनन-फानन में थाना प्रभारी समेत आला अफसर मौके पर पहुंचे. अफसरों को मालूम हुआ कि कुछ दिन पहले पत्नी से विवाद मामला पुलिस तक पहुंचा था. पुलिस ने जीत बहादुर को जानकारी के लिए बुलाया था.
परिजनों का आरोप है कि उसी दिन पुलिसकर्मियों ने जीत को पीटा और उससे रुपए मांगे थे, जिससे आहत होकर जीत ने नौ जून को आत्महत्या कर ली. अब इस गंभीर मामले में डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने सब इंस्पेक्टर गौरव सौलिया व कांस्टेबल रवि सिंह को सस्पेंड कर दिया है. जांच भी शुरू कर दी गई है. डीसीपी साउथ का कहना है कि युवक का पोस्टमार्टम भी कराया गया है.
युवक की मौत के बाद सहम गए पुलिसकर्मी: जीत बहादुर को पुलिस ने क्या वाकई पीटा था, या कुछ और मामला था. यह तस्वीर भले ही कुछ दिनों बाद साफ होगी, मगर जीत की मौत के बाद से अब पुलिसकर्मी भी सहम गए हैं. जांच के दौरान पुलिसकर्मी साक्ष्य जुटा रहे हैं. वहीं, इस मामले में दारोगा समेत कांस्टेबल को सस्पेंड किए जाने की चर्चा भी शहर में जोरों पर है.
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