इंदौर: मध्य प्रदेश के मालवा अंचल और खासकर इंदौर के नाश्ते की पहचान बन चुके पोहे के जायके के शौकीन अब दुनिया भर में हैं. इतना ही नहीं अब इंदौर में तरह-तरह के स्वादिष्ट पोहे के ब्रांड बन चुके हैं. लिहाजा पोहे की पहचान बन चुके शहर में अब हर साल पोहा दिवस मनाया जाता है. यहां एक दूसरे को लोग पोहे को अपने नाश्ते में शामिल करने की सलाह भी देते हैं. आज यानी विश्व पोहा दिवस के दिन हम इंदौर में बनने वाले तरह-तरह के पोहे की रेसिपी के बारे में जानेंगे.
इंदौर में छोटी-बड़ी हर दुकान पर मिलता है पोहा
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर अपने लाजवाब खानपान और जायके के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. यही वजह है कि यहां के स्वादिष्ट व्यंजनों के रूप में पहचाने जाने वाले पोहा-जलेबी का आनंद लेने सुबह से ही दुकानों पर लोग पहुंच जाते हैं. यहां हर छोटी दुकान से लेकर किसी बड़े रेस्टोरेंट में पोहे को खास जगह दी गई है. पोहे को लेकर यहां के लोगों में अलग लेवल की दिवानगी देखने को मिलती है. यूं कहे की इंदौर के लोगों के दिन की शुरुआत पोहा खाने से होती है. इंदौर से शुरू हुआ ये खास नाश्ता आज पूरे भारत में फेमस हो गया है. विदेशों में भी इसकी मांग बढ़ने लगी है.
इंदौरी पोहा बनाने की ये है रेसिपी
इंदौरी पोहा बनाने के लिए सबसे पहले पोहे को अच्छी तरह से साफ करके, एक बर्तन में पानी लेकर धो लें. धोते समय हाथ हल्का रखे, ताकि पोहा टूटने न पाए. इसके बाद इसको सुखा लें. इसके बाद एक फ्राई पैन में तेल के साथ राय और कड़ी पत्ता, काली मिर्च, सौंफ, प्याज आदि डाली जाती है. फिर राई चटकने के बाद उसमें पोहा डाला जाता है. हल्दी नमक डालकर अच्छे से मिलाया जाता है. पोहा तैयार हो जाने के बाद अंत में बारीक कटी धनिया और नींबू के टुकड़े से सजाकर सर्व किया जाता है.

महाराष्ट्रीयन पोहा
महाराष्ट्रीयन पोहा मूंगफली और मसाले के साथ तैयार किया जाता है. इसमें प्याज भी डाला जाता है. कटे हुए प्याज, कड़ी पत्ता, हरी मिर्च, मूंगफली और धनिया के साथ इसे गार्निश किया जाता है. जिसके बाद इसमें नींबू डालकर सर्व किया जाता है.
आलू का बटाटा पोहा
इंदौर के राजवाड़े पर पोहा का ब्रांड बन चुके प्रशांत पोहे वाले द्वारा पोहे में आलू कांबिनेशन किया जाता है. जिसे बटाटा पोहा नाम दिया गया है. सादे पोहे में आलू के मिश्रण के कारण यह पोहा और ज्यादा स्वादिष्ट हो जाता है, जिसे खाने कई लोग पहुंचते हैं.

उसल पनीर का पोहा
इंदौर में तरी वाले मसाला पोहा को उसल पोहा कहा जाता है. इसके लिए अंकुरित मूंग की दाल और विभिन्न मसाले के साथ तरीनुमा उसल तैयार किया जाता है, जिसे पोहे में मिलाकर एक खास तरह के मिक्स मसाले जिसे जीरामन कहा जाता है उसके साथ परोसा जाता है. इस व्यंजन को उसल पोहा कहा जाता है. जो लोग पोहे के साथ ज्यादा मसाला और नमकीन पसंद करते हैं उनके लिए उसल पोहा सबसे बेस्ट ऑप्शन है.
मसाला पोहा रेसिपी
मसाला पोहा में प्याज के साथ टमाटर डाला जाता है, जबकि अदरक लहसुन का पेस्ट और गरम मसाले से इसे गार्निश करके तैयार किया जाता है. इस पोहे के टेस्ट में मसाले का टेस्ट आता है जो अधिक मिर्च मसाला खाने वालों के बीच लोकप्रिय है.
पोहे की खपत सर्वाधिक इंदौर में
चावल से तैयार होने वाले पोहे की औद्योगिक इकाइयां सबसे ज्यादा उज्जैन में हैं, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा खपत इंदौर में होती है. यहां प्रतिदिन 80 से 100 टन पोहा शहर की करीब 1200 दुकानों पर बेचा जाता है. ये अगल-अगल तरीके से बनाए जाते हैं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा पोहे का निर्माण उज्जैन में किया जाता है, जहां पोहा तैयार करने की 40 इकाइयां मौजूद हैं. यहां प्रतिदिन 200 टन से ज्यादा पोहा तैयार किया जाता है. इसके लिए छत्तीसगढ़ और गुजरात से चावल लाया जाता है. उज्जैन में तैयार हुआ पोहा पूरे मध्य प्रदेश सहित दुबई, जापान, अमेरिका, कनाडा और कई एशियाई देशों में जाता है.

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दुबई में इंदौर के मूल निवासियों ने मनाया पोहा दिवस
इंदौरी इंटरनेशनल बिजनेस नेटवर्क (IIBN) द्वारा दुबई में पोहा इंटरनेशनल डे का आयोजन किया गया था. नेटवर्क की सदस्य अंजू भाटिया और निलेश जैन ने बताया कि कार्यक्रम में करीब 300 लोगों ने भाग लिया और इंदौरी व्यंजनों का भरपूर आनंद लिया. कार्यक्रम में विशेष रूप से हेल्थ टॉक डॉ. तसनीम ने मार्गदर्शन किया. संस्था के प्रमुख ने कहा कि इंदौरी पोहा सिर्फ एक नाश्ता नहीं, बल्कि इंदौर की आत्मा है. इसे दुनियाभर में पहचान दिलाना हमारा उद्देश्य है. आज इंदौरी पोहा इंदौर की गलियों से निकलकर दुबई जैसे वैश्विक शहर में अपनी अमिट छाप छोड़ चुका है.