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अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करने का जज्बा, बच्चों को तराशने में जुटा धनबाद खेल विभाग - WORLD OLYMPIC DAY 2025

धनबाद में खेल विभाग झारखंड के बच्चों को निखारने में जुटा है. यहां बच्चों को कई तरह के खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

World Olympic Day Players being trained in many sports at national and international level in dhanbad
बच्चों को दी जा रही कराटे की ट्रेनिंग (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : June 23, 2025 at 6:16 AM IST

5 Min Read

धनबाद: 23 जून यानी आज विश्व ओलंपिक दिवस है. खेल प्रेमियों के लिए यह दिन विशेष होता है. युवा एथलीट के लिए यह दिन खास मायने रखता है. कोयलांचल की बात करें तो धनबाद खेल विभाग बच्चों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए कोशिश में जुटी हुई है.

मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में इन खेलों की दी जा रही ट्रेनिंग

जी हां जिले के 8 लेन सड़क के मेमको मोड़ स्थित बिरसा मुंडा मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बच्चों के अदंर छिपी प्रतिभा को तराशने की मेहनत की जा रही है. जहां आर्चरी, बॉक्सिंग, कबड्डी, फुटबॉल, कराटे और स्केटिंग का प्रशिक्षण बच्चों को दी जा रही है, वहीं कला भवन में बैडमिंटन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. खेल पदाधिकारी उमेश लोहरा खुद कोच और बच्चों की निगरानी करते हैं.

तीरंदाजी की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

लड़के और लड़कियां दोनों सीख रहे हैं बॉक्सिंग

सबसे पहले हम बात करते हैं बॉक्सिंग की. बॉक्सिंग में करीब 20 बच्चे यहां प्रशिक्षण ले रहें हैं, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल है. बॉक्सिंग सिख रही मन्नत झा ने कहा कि पंचेज के साथ-साथ स्ट्रेट ट्रेनिंग और वेट ट्रेनिंग कराई जाती है. जिन्हें भी बॉक्सिंग पसंद हैं, वह यहां आकर निःशुल्क प्रशिक्षण ले सकते हैं. यहां काफी अच्छा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

बॉक्सिंग की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

वहीं अनमोल कुजूर ने कहा कि बॉक्सिंग के दौरान जैप हुक और क्रॉस हुक समेत अन्य तरह की चीजें सिखाई जाती हैं. उन्होंने कहा कि रिंग की अगर यहां व्यवस्था हो जाए तो और बेहतर तरीके से हम बॉक्सिंग का खेल सीख सकते हैं. जिससे राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हम अपनी पहचान बना सकते हैं.

बॉक्सिंग एनआईएस कोच अभिमन्यु कुमार ने कहा कि फिलहाल सभी बच्चे बेसिक सिख रहे हैं. उसके बाद एडवांस लेबल पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि एक कोच का सपना होता है कि उसका खिलाड़ी सिर्फ राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का जौहर दिखाए. धनबाद जैसे जिले से निकलकर देश का नाम रौशन करें. कोच ने कहा कि कुछ इक्यूपमेंट और रिंग की जरूरत होती है, जो फिलहाल हमारे पास नहीं है. उम्मीद है बच्चों के लिए सरकार आगे भी मदद करेगी.

खेलो झारखंड के लिए तैयारी करा रहे हैं: कराटे कोच

वहीं, कराटे में कुल 37 बच्चे प्रशिक्षण ले रहें हैं. जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं. कोच सूरज कुमार ने बताया कि खेलो झारखंड के लिए हमलोग तैयारी करा रहे हैं. जूनियर नेशनल और सीनियर नेशनल को लेकर तैयारी कराई जा रही है. कुमिते और काता दो इवेंट कराटे में होती है, जिनकी तैयारी कराई जा रही है. सरकार अगर बच्चों को किट और इक्यूपमेंट दें तो बच्चे आगे और भी बेहतर करेंगे.

कराटे की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

प्रशिक्षण ले रही रूबी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस के लिए यह बहुत जरूरी है. ताकि अगर हम किसी मुसीबत में कभी आ जाए तो इसका उपयोग कर सके. राजन ने कहा कि भारत कांबेट स्पोर्ट्स में हम काफी पीछे हैं. उसे आगे बढ़ाने के लिए हम यहां प्रशिक्षण ले रहें हैं. देश का मान बढ़ाना और मेडल लाना यह हमारी ख्वाइश है.

बच्चे इन खेलों का भी ले रहे प्रशिक्षण

इसके अलावा फुटबॉल में कुल 35 लड़के-लड़कियां प्रशिक्षण ले रहें हैं. कोच लक्ष्मण मुर्म ने कहा कि बच्चे इंडिया का प्रतिनिधित्व करें, हमारी यही कोशिश हैं. फुटबॉल खिलाड़ी सबा परवीन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम अपने देश का नाम रौशन करना चाहते हैं. अमित टुडू ने कहा कि हम फ़ुटबॉल में इंडिया टीम से खेलना चाहते हैं. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करना चाहते हैं.

आर्चरी में भी बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. बच्चों को आर्चरी का प्रशिक्षण दे रही लक्ष्मी ने बताया कि यहां वह सारी सुविधाएं हैं, जिससे बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. आर्चरी में रुचि रखने वाले बच्चे ट्रेनिंग ले सकते हैं. बच्चों को ओलंपिक में ले जाने का लक्ष्य है. वहीं, खिलाड़ी अन्नू ने कहा कि मैं आगे चलकर देश के लिए गोल्ड मेडल लाना चाहती हूं.

फुटबॉल की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

चार से पांच खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है: खेल पदाधिकारी

वहीं, खेल पदाधिकारी उमेश लोहरा ने कहा कि बच्चे जिस तरह का भी प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, हमारी कोशिश रहती है कि हर तरह का प्रशिक्षण हम दे सकें. चार से पांच खेल का प्रशिक्षण शुरू किया है. आने वाले दिनों में इसमें वृद्धि देखने को मिलेंगे. झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है सिर्फ उन्हें निखारने की. सरकार काम कर रही है. उम्दा कोच को लाने के लिए प्रयास किए जा रहें हैं. बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना जौहर दिखा सके, यही हमारी कोशिश है.

ये भी पढ़ें: हजारीबाग में शूटिंग प्रतियोगिता का समापन, खिलाड़ियों ने जताई ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने की इच्छा

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धनबाद: 23 जून यानी आज विश्व ओलंपिक दिवस है. खेल प्रेमियों के लिए यह दिन विशेष होता है. युवा एथलीट के लिए यह दिन खास मायने रखता है. कोयलांचल की बात करें तो धनबाद खेल विभाग बच्चों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए कोशिश में जुटी हुई है.

मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में इन खेलों की दी जा रही ट्रेनिंग

जी हां जिले के 8 लेन सड़क के मेमको मोड़ स्थित बिरसा मुंडा मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बच्चों के अदंर छिपी प्रतिभा को तराशने की मेहनत की जा रही है. जहां आर्चरी, बॉक्सिंग, कबड्डी, फुटबॉल, कराटे और स्केटिंग का प्रशिक्षण बच्चों को दी जा रही है, वहीं कला भवन में बैडमिंटन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. खेल पदाधिकारी उमेश लोहरा खुद कोच और बच्चों की निगरानी करते हैं.

तीरंदाजी की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

लड़के और लड़कियां दोनों सीख रहे हैं बॉक्सिंग

सबसे पहले हम बात करते हैं बॉक्सिंग की. बॉक्सिंग में करीब 20 बच्चे यहां प्रशिक्षण ले रहें हैं, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल है. बॉक्सिंग सिख रही मन्नत झा ने कहा कि पंचेज के साथ-साथ स्ट्रेट ट्रेनिंग और वेट ट्रेनिंग कराई जाती है. जिन्हें भी बॉक्सिंग पसंद हैं, वह यहां आकर निःशुल्क प्रशिक्षण ले सकते हैं. यहां काफी अच्छा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

बॉक्सिंग की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

वहीं अनमोल कुजूर ने कहा कि बॉक्सिंग के दौरान जैप हुक और क्रॉस हुक समेत अन्य तरह की चीजें सिखाई जाती हैं. उन्होंने कहा कि रिंग की अगर यहां व्यवस्था हो जाए तो और बेहतर तरीके से हम बॉक्सिंग का खेल सीख सकते हैं. जिससे राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हम अपनी पहचान बना सकते हैं.

बॉक्सिंग एनआईएस कोच अभिमन्यु कुमार ने कहा कि फिलहाल सभी बच्चे बेसिक सिख रहे हैं. उसके बाद एडवांस लेबल पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि एक कोच का सपना होता है कि उसका खिलाड़ी सिर्फ राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का जौहर दिखाए. धनबाद जैसे जिले से निकलकर देश का नाम रौशन करें. कोच ने कहा कि कुछ इक्यूपमेंट और रिंग की जरूरत होती है, जो फिलहाल हमारे पास नहीं है. उम्मीद है बच्चों के लिए सरकार आगे भी मदद करेगी.

खेलो झारखंड के लिए तैयारी करा रहे हैं: कराटे कोच

वहीं, कराटे में कुल 37 बच्चे प्रशिक्षण ले रहें हैं. जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं. कोच सूरज कुमार ने बताया कि खेलो झारखंड के लिए हमलोग तैयारी करा रहे हैं. जूनियर नेशनल और सीनियर नेशनल को लेकर तैयारी कराई जा रही है. कुमिते और काता दो इवेंट कराटे में होती है, जिनकी तैयारी कराई जा रही है. सरकार अगर बच्चों को किट और इक्यूपमेंट दें तो बच्चे आगे और भी बेहतर करेंगे.

कराटे की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

प्रशिक्षण ले रही रूबी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस के लिए यह बहुत जरूरी है. ताकि अगर हम किसी मुसीबत में कभी आ जाए तो इसका उपयोग कर सके. राजन ने कहा कि भारत कांबेट स्पोर्ट्स में हम काफी पीछे हैं. उसे आगे बढ़ाने के लिए हम यहां प्रशिक्षण ले रहें हैं. देश का मान बढ़ाना और मेडल लाना यह हमारी ख्वाइश है.

बच्चे इन खेलों का भी ले रहे प्रशिक्षण

इसके अलावा फुटबॉल में कुल 35 लड़के-लड़कियां प्रशिक्षण ले रहें हैं. कोच लक्ष्मण मुर्म ने कहा कि बच्चे इंडिया का प्रतिनिधित्व करें, हमारी यही कोशिश हैं. फुटबॉल खिलाड़ी सबा परवीन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम अपने देश का नाम रौशन करना चाहते हैं. अमित टुडू ने कहा कि हम फ़ुटबॉल में इंडिया टीम से खेलना चाहते हैं. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करना चाहते हैं.

आर्चरी में भी बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. बच्चों को आर्चरी का प्रशिक्षण दे रही लक्ष्मी ने बताया कि यहां वह सारी सुविधाएं हैं, जिससे बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. आर्चरी में रुचि रखने वाले बच्चे ट्रेनिंग ले सकते हैं. बच्चों को ओलंपिक में ले जाने का लक्ष्य है. वहीं, खिलाड़ी अन्नू ने कहा कि मैं आगे चलकर देश के लिए गोल्ड मेडल लाना चाहती हूं.

फुटबॉल की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी (ETV BHARAT)

चार से पांच खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है: खेल पदाधिकारी

वहीं, खेल पदाधिकारी उमेश लोहरा ने कहा कि बच्चे जिस तरह का भी प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, हमारी कोशिश रहती है कि हर तरह का प्रशिक्षण हम दे सकें. चार से पांच खेल का प्रशिक्षण शुरू किया है. आने वाले दिनों में इसमें वृद्धि देखने को मिलेंगे. झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है सिर्फ उन्हें निखारने की. सरकार काम कर रही है. उम्दा कोच को लाने के लिए प्रयास किए जा रहें हैं. बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना जौहर दिखा सके, यही हमारी कोशिश है.

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