शिमला: हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया जाता है. यह दिन विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिसे वर्ष 1950 में स्थापित किया गया था. सबसे पहले विश्व मौसम विज्ञान दिवस 1961 में मनाया गया था. इस बार विश्व मौसम विज्ञान दिवस का थीम Closing the Early Warning Gap Together रखा गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जलवायु खतरों के खिलाफ वैश्विक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकताओं पर जोर दिया गया है.
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की बात की जाए तो बदलते मौसम और ग्लोबल वार्मिंग के कारण हिमाचल में कई तरह के प्रभाव देखने को मिल रहे हैं, जिनमें सेब उत्पादन में कमी, सूखे की स्थिति, और तापमान में बदलाव शामिल हैं. समय से पहले गर्मी हो रही है. जनवरी और फरवरी के महीने में पहले जैसी ठंड नहीं पड़ रही, जिसका असर आम जन जीवन पर भी देखने को मिल रहा है. ग्लोबल वार्मिंग के कारण बर्फबारी के पैटर्न में बदलाव हुआ है और बर्फबारी भी कम हो गई है, जिससे ग्लेशियरों का आकार सिकुड़ रहा है. इसके अलावा अत्यधिक बारिश और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं. साथ ही अनियमित बारिश का पैटर्न बढ़ गया है.
मार्च में छूटने लगे पसीने?
हिमाचल प्रदेश में अभी से ही गर्मी ने परेशान करना शुरू कर दिया हैं. एक समय था जब मार्च में भी काफी सर्दी होती थी. अप्रैल में भी लोग स्वेटर पहनते थे, लेकिन अब हालात ऐसे है कि मार्च का महीना खत्म होने वाला है और गर्मी ने अभी से ही दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के मुताबिक पिछले साल यानी कि 2024 में शिमला में मार्च के महीने में अधिकतम तापमान 22 डिग्री तक था , लेकिन इस साल 25 डिग्री तक भी तापमान गया है. इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में मौसम किस कदर सताने वाला है. साल 2024 में शिमला का मार्च महीने में अधिकतम तापमान 17.0 से 22.0 तक देखने को मिला और 2025 में 19.0 से लेकर 25.0 डिग्री पहुंच गया है. कई राज्यों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, जो अप्रैल महीने में देखने को मिलता है.
सामान्य से चार डिग्री अधिक रह सकता है तापमान
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि, 'इन दिनों हिमाचल के अधिकतर जिलों शिमला, सोलन, ऊना, कांगड़ा का तापमान 2 से 3 डिग्री ज्यादा चल रहा है और आने वाले दिनों में भी पूरे प्रदेश में तापमान सामान्य से करीब 4 डिग्री ज्यादा रहने वाला है. मार्च से मई तक भी सामान्य से ज्यादा तापमान देखने को मिलेगा इसकी पूरी संभावना है.'
समय से पहले हीटवेव की स्थिति
शिमला मौसम विज्ञान विभाग शोभित कटियार के अनुसार, '2025 में मार्च से मई तक हिमाचल प्रदेश में गर्मी 2024 की तुलना में ज़्यादा होने की संभावना है. मार्च से मई महीने में चंबा, कांगड़ा (कुछ एक क्षेत्रों में) , हमीरपुर, ऊना और शिमला ( कुछ एक क्षेत्रों में ) में 90 प्रतिशत संभावना है कि गर्मी सामान्य से ज्यादा होगी, जो पिछले साल के मुताबिक अधिक हो सकती है. इसके अलावा बाकी बचे इलाकों में भी सामान्य से ज्यादा ही गर्मी होने की 45 प्रतिशत संभावना है. साल 2025 में हिमाचल प्रदेश में हीटवेव की बात करें तो, इस बार हीटवेव की स्थिति जल्दी और अधिक तीव्रता से बनी हिमाचल प्रदेश में ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सोलन में ज्यादा गर्मी होगी.'
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