वाराणसी : पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. मैदानी इलाकों में गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी की वजह से अब हर तरफ खतरा महसूस होने लगा है. धर्मनगरी वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर जिस स्पीड से बढ़ रहा है. उसके बाद अब गंगा घाटों से मां गंगा ऊपर चढ़ती जा रही हैं. जिसकी वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है. दशाश्वमेध घाट पर नियमित होने वाली गंगा आरती मंगलवार को गंगा घाट की जगह छत पर हुई है. वहीं शवों का दाह संस्कार भी अब घाटों की जगह छतों पर शुरू हो गया है.
वाराणसी के गंगा घाट पर होने वाले विश्व प्रसिद्ध गंगा सेवा निधि की गंगा आरती का स्थान लगातार चार दिनों से परिवर्तित हो रहा था. गंगा का जलस्तर इस तेजी से बढ़ रहा है. जिसकी वजह से गंगा घाट पर हर तरफ अब भगदड़ की स्थिति है. गंगा का जलस्तर गंगा घाटों से होते हुए अब ऊपर सड़क की तरफ अग्रसर हो रहा है. आज गंगा घाट पूरी तरह से डूब जाने के बाद मां गंगा की नियमित आरती गंगा सेवा निधि के कार्यालय के छत पर संपन्न हुई है.
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि लगातार गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी की वजह से गंगा आरती के स्थल में बदलाव हो रहा है. लगातार चार दिनों तक अलग-अलग जगह पर आरती होने के बाद अब गंगा आरती छत पर शुरू हुई है. आज गंगा आरती गंगा सेवा निधि कार्यालय के छत पर होने की वजह से लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना कर रहा है, जो नियमित भीड़ गंगा घाटों पर होती है वह भीड़ भी अब पूरी तरह से गंगा घाटों और गंगा आरती के लिए दिक्कत के साथ आरती का आनंद ले पा रही है.
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, गंगा के जल स्तर में लगभग 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है. जिसकी वजह से गंगा पूरे घाटों को अब अपने आगोश में ले चुकी है. गंगा के 84 घाट वाराणसी में जलमग्न हो गए हैं. वहीं, महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर भी दाह संस्कार करने की मुश्किलें आ रही हैं. नीचे पूरी तरह से पानी आ जाने की वजह से दाह संस्कार भी मणिकर्णिका घाट पर छतों पर हो रहा है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, गंगा का जलस्तर मंगलवार को 67 मीटर से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है. जिसमें अभी भी बढ़ोतरी जारी है.