अल्मोड़ा: उत्तराखंड की सांस्कृतिक राजधानी अल्मोड़ा में चैत्र नवरात्र से शुरू हुई भगवान श्री राम की लीला की धूम मची हुई है. अल्मोड़ा के ऐतिहासिक मल्ला महल में महिलाओं की रामलीला का मंचन किया जा रहा है. महिलाएं और बालिकाएं रामलीला के सभी किरदार निभा रहीं हैं. चैत्र नवरात्र में शुरू हुई रामलीला को लेकर लोगों में अपार श्रद्धा है.
अल्मोड़ा में महिलाएं कर रहीं रामलीला: शारदीय नवरात्रि में सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के 10 से अधिक स्थानों पर रामलीला का मंचन होता है. इस बार महिलाओं ने चैत्र की नवरात्रि में रामलीला का मंचन करने का निर्णय लिया. इस मंचन में सभी महिलाएं पूरे उत्साह के साथ विभिन्न किरदार निभा रहीं हैं. रामलीला के मंचन से सभी महिलाओं को मंच में आने का मौका मिल रहा है.
रावण का पात्र निभा रहीं प्रीति ने ये कहा: महिला रामलीला में रावण की भूमिका प्रीति बिष्ट निभा रहीं हैं. गृहणी होने के साथ साथ प्रीति रामलीला में रावण के पात्र का जीवंत अभिनय कर रही हैं. रावण की भूमिका निभाने वाली प्रीति बिष्ट का कहना है कि-
रामलीला के मंचन से मुझे काफी जानकारी मिली. समाज में रावण की बुराइयों के बारे में ही लोग चर्चा करते हैं. लेकिन इस रामलीला में रावण के अभिनय के दौरान मुझे उसके जीवन की विभिन्न जानकारियां मिली हैं. रावण एक महाज्ञानी, ब्राह्मण और एक बड़ा शिव भक्त था. उसने राक्षस कुल में जन्म लिया था.
-प्रीति बिष्ट, रावण की भूमिका निभाने वाली महिला-
श्रीराम की भूमिका निभा रहीं प्रियंका ने ये कहा: प्रीति बिष्ट ने कहा कि रावण ने अपने कुल को तारने के लिए इतना खेल रचा कि अपने साथ अपने पूरे कुल को भगवान श्रीराम के हाथों तार दिया. वहीं श्री राम की भूमिका निभा रहीं प्रियंका भट्ट ने कहा कि-
भगवान श्रीराम की इस लीला से बहुत सीख मिलती है. जिस तरह भगवान श्रीराम ने अपने माता पिता की आज्ञा का पालन किया, उसी तरह समाज में सभी लोगों को अपने माता पिता की आज्ञा का पालन कर अपने परिवार को एकजुट कर आगे रखना चाहिए. सत्य की राह पर चलना चाहिए.
-प्रियंका भट्ट, श्रीराम की भूमिका निभाने वाली कलाकार-
दिलचस्प बात ये है कि अल्मोड़ा की इस रामलीला में सभी पात्रों की भूमिकाएं महिलाएं निभा रहीं हैं.

एक महीने के अभ्यास के बाद हुआ मंचन: महिला रामलीला की अध्यक्ष लता तिवारी ने बताया कि रामलीला मंचन के लिए महिलाओं में काफी उत्साह है. लोग भगवान श्रीराम के गुणों को याद करके उन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयास करते हैं. लता तिवारी ने बताया कि रामलीला के लिए वह घर के कामकाज पूरा करने के बाद पिछले एक महीने से प्रशिक्षण ले रहीं थी, जिसके बाद रामलीला मंचन किया जा रहा है.
