शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है. सोमवार को दोपहर बाद शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं, मैदानों में गर्मी बढ़ते ही पहाड़ों पर सैलानियों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया है. पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार हो गए हैं. सैलानियों की संख्या बढ़ने से प्रदेश के पर्यटन और होटल कारोबारी खुश नजर आ रहे हैं. वहीं, होटलों में ऑक्यूपेंसी भी 70 प्रतिशत तक पहुंच गई है.
वहीं, मौसम विभाग ने अगले 2 दिन भी प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. 3 और 4 जून को मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि प्रदेश के अन्य हिस्सों में बारिश, ओलावृष्टि को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं सोमवार को राजधानी शिमला में दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ करीब आधे घंटे तक बारिश हुई. इससे तापमान में भी गिरावट आई है और जिससे गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है.
मौसम वैज्ञानिक शोभित कटियार ने कहा कि 'आज प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हुई है, जबकि आगामी दो दिनों में प्रदेश भर में बारिश होने की संभावना है. इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है. इस दौरान मैदानी इलाकों में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना भी है.'
प्री मॉनसून में 27 फीसदी कम बारिश
हिमाचल प्रदेश में इस साल प्री मानसून सामान्य से कम रहा है. इस साल 1 मार्च से 31 मई तक 175 मिलीमीटर बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में मुताबिक, इस साल 1 मार्च से 31 मई तक 175 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि मानसून में इस अवधि के दौरान सामान्य बारिश का आंकड़ा 240.7 मिलीमीटर का है. यह बारिश सामान्य से 27 फीसदी कम है. पांच जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य से कम रहा. प्रदेश में प्री मानसून सीजन में बिलासपुर में सामान्य से 16 फीसदी अधिक बारिश हुई है. हमीरपुर में 19, मंडी में 1, शिमला में 8, सिरमौर में 73, सोलन में 42 और ऊना में सामान्य से 9 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. चंबा, लाहाैल-स्पीति व किन्नाैर जिले में सामान्य से कम बारिश हुई है.