महासमुंद : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने वाटरशेड यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया . ये वाटर शेड विकास गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करेगा.जल संसाधनों का सतत प्रबंधन करने,भूमि संरक्षण और कृषि उत्पादकता को बढ़ाने,भूमि सुधार और सिंचाई क्षमता में वृद्धि करने,कृषि नवीनीकरण और जल संसाधन प्रबंधन को एकीकृत करने का उद्देश्य भारत सरकार ने रखा है.
5 फरवरी से रथयात्रा हुई शुरु : इसके लिए 5 फरवरी 2025 को भूमि संसाधन विभाग ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार वाटरशेड यात्रा का रथ रवाना किया था. ये वाटरशेड शुक्रवार को महासमुंद जिला पहुंचा.जहां महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कलेक्ट्रेट परिसर में वाहन को हरी झंडी दिखाकर आगे रवाना किया. वाटरशेड जिले के पिथौरा ब्लाक के ग्राम पथरला पहुंचा. जहां ग्राम वासियों ने सामूहिक साफ सफाई कर श्रमदान किया और वाहन में लगे एलईडी के माध्यम से जल के महत्व एवं संरक्षण को जाना.
इस दौरान ग्राम के बच्चों ने जल संरक्षण विषय पर रंगोली एवं चित्र बनाएं. अंत में ग्राम वासियों को जल संरक्षण एवं जल महत्व की शपथ भी दिलाई गई. कार्यक्रम में एफआर कश्यप उप संचालक कृषि एवं भीमराव घोड़े सवार सहायक संचालक भूमि संरक्षण अधिकारी मौजूद थे.
गौरतलब है कि वाटरशेड यात्रा अभियान के तहत 805 परियोजनाओं में लगभग 60 से 90 दिनों तक चलेगी.जो 26 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में 6673 ग्राम पंचायत के 13587 गांव तक जाएगी.वहीं वाटरशेड यात्रा के दौरान 1509 ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी.जिसमें 1640 प्रभात फेरिया भी होंगी.
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