अजमेर: तीर्थराज गुरु पुष्कर में लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत का पुष्कर विधानसभा क्षेत्र है. तीसरी बार रावत पुष्कर से विधायक बने हैं. विगत एक वर्ष में पुष्कर की पेयजल समस्या का हल नहीं निकला. भीषण गर्मी के दौर में पेयजल किल्लत को लेकर मंत्री रावत अब अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था सुधारने के निर्देश दे रहे हैं. कमोबेश यही निर्देश अजमेर जिले के लिए भी दिए गए हैं.
अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश: पुष्कर में पेयजल व्यवस्था को सुचारु करने की मांग के चलते जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी के पदाधिकारी से फीडबैक लिया और उसके बाद अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था को सुधारण करने के निर्देश दिए. रावत ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि क्षेत्र में खराब हैंडपंप, ट्यूबवेल को दुरुस्त करें. ग्रामीण क्षेत्रों में तय सीमा में पेयजल सप्लाई में सुधार करें. ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की टंकियों की सफाई हो, जहां मरम्मत की जरूरत है, वहां उन्हें दुरुस्त करवाया जाए. उन्होंने कहा कि पुष्कर, रूपनगढ़ और अजमेर तीनों उपखंड कार्यालय में कॉल सेंटर बनाने के भी निर्देश दिए हैं. जहां आमजन सीधी शिकायत कर सकते हैं. उपखंड कार्यालय से सीधी मॉनिटरिंग होगी. जहां पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है, वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जाए.
जल संसाधन मंत्री होते हुए भी पुष्कर प्यासा: पुष्कर नगर परिषद में प्रतिपक्ष नेता बैद्यनाथ पाराशर ने बताया कि पुष्कर में पेयजल की भारी समस्या है. जल संसाधन मंत्री पुष्कर से विधायक हैं. इसके बावजूद पुष्कर में 72 से 84 घंटे में पानी की सप्लाई दी जा रही है. ऐसे में यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. पराशर ने कहा कि पुष्कर का अस्तित्व सरोवर से है. सरोवर का भी पानी काफी घट गया है. यहां आने वाले यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है. उन्होंने कहा कि जल संसाधन मंत्री यहां के होने के बावजूद भी यहां पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है.
निर्दलीय पार्षद का निजी प्रयास: पुष्कर में पानी की किल्लत के बीच निर्दलीय पार्षद रवि बाबा बताते हैं कि चुनाव से पहले क्षेत्र की जनता से जो वादे किए थे, उसे निभाने का प्रयास किया जा रहा है. कोरोना के पिक समय को छोड़कर चार वर्षों से ग्रीष्म ऋतु में पानी के टैंकर की व्यवस्था मेरी ओर से की जा रही है. 45 से 50 डिग्री के बीच तापमान पहुंचने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. पानी की समस्या से मेरे वार्ड के निवासियों को राहत मिल सके, इसलिए मेरी ओर से प्रत्येक दिन टैंकर से पानी की सप्लाई करने का प्रयास है. पानी की समस्या मेरे वार्ड की ही नहीं बल्कि पूरे पुष्कर क्षेत्र की है.