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विवेकानंद हॉस्पिटल में बिना सर्जरी के होगा सिस्ट का इलाज, ब्लीडिंग और इंफेक्शन का नहीं रहेगा खतरा - Advanced endoscopy technique

लखनऊ के विवेकानंद अस्पताल के मरीजों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने जा रही है. यहां के मरीजों को एडवांस एंडोस्कोपी तकनीक की सुविधा मिलेगी. इससे सिस्ट का इलाज काफी सामान्य तरीके से हो सकेगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 11, 2024, 8:16 AM IST

मरीजों को मिलेगी बड़ी सहूलियत.
मरीजों को मिलेगी बड़ी सहूलियत. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ : विवेकानंद अस्पताल में अब किसी भी जगह की सिस्ट का इलाज बिना किसी सर्जरी व बिना चीरे के हो सकेगा. गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. अनय गुप्ता ने बताया कि वह एक अगस्त से 30 अगस्त तक जापान के एनटीटी मेडिकल सेंटर टोक्यो में फेलोशिप पर थे. वहां उन्होंने एडवांस एंडोस्कोपी के गुर सीखे. डॉ. गुप्ता का दावा है कि इस टेक्निक से अब तक लखनऊ में कहीं भी सिस्ट का इलाज नहीं किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि इस टेक्निक से किसी भी तरह की गांठ पेट के किसी भी हिस्से में हो, एंडोस्कोपी की मदद से उसे पूरी तरह से निकाल दिया जाता है. इसमें एक बहुत छोटा सा सुराख किया जाता है. इसके अलावा सामान्य सर्जरी में मरीज को अधिक ब्लीडिंग होने और इंफेक्शन का खतरा बना रहता है. इसके अलावा मरीज का खर्च भी अधिक होता है. वहीं एंडोस्कोपी टेक्निक से मरीज को ब्लीडिंग नहीं होती. ज्यादा दिन अस्पताल में भर्ती नहीं रहना पड़ता. इंफेक्शन का खतरा भी न के बराबर होता है.

संस्थान के संस्थापक स्वामी मुक्तीनाथानंद ने कहा कि यह सर्जरी लखनऊ में पहली बार और खास कर विवेकानंद अस्पताल में शुरू हो रही है. इसकी मुझे बहुत खुशी है. इससे मरीजों को बहुत राहत मिलेगी उन्हें कम खर्च में बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा. उन्होंने बताया कि अभी इस सर्जरी का शुल्क तय नहीं किया गया है लेकिन जितना भी होगा सामान्य सर्जरी से कम ही खर्च होगा.

यह भी पढ़ें : ब दिल खोलकर करें नेपाल की सैर, 2 साल बाद पर्यटकों के लिए फिर से खुल गई भारत-नेपाल सीमा

लखनऊ : विवेकानंद अस्पताल में अब किसी भी जगह की सिस्ट का इलाज बिना किसी सर्जरी व बिना चीरे के हो सकेगा. गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. अनय गुप्ता ने बताया कि वह एक अगस्त से 30 अगस्त तक जापान के एनटीटी मेडिकल सेंटर टोक्यो में फेलोशिप पर थे. वहां उन्होंने एडवांस एंडोस्कोपी के गुर सीखे. डॉ. गुप्ता का दावा है कि इस टेक्निक से अब तक लखनऊ में कहीं भी सिस्ट का इलाज नहीं किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि इस टेक्निक से किसी भी तरह की गांठ पेट के किसी भी हिस्से में हो, एंडोस्कोपी की मदद से उसे पूरी तरह से निकाल दिया जाता है. इसमें एक बहुत छोटा सा सुराख किया जाता है. इसके अलावा सामान्य सर्जरी में मरीज को अधिक ब्लीडिंग होने और इंफेक्शन का खतरा बना रहता है. इसके अलावा मरीज का खर्च भी अधिक होता है. वहीं एंडोस्कोपी टेक्निक से मरीज को ब्लीडिंग नहीं होती. ज्यादा दिन अस्पताल में भर्ती नहीं रहना पड़ता. इंफेक्शन का खतरा भी न के बराबर होता है.

संस्थान के संस्थापक स्वामी मुक्तीनाथानंद ने कहा कि यह सर्जरी लखनऊ में पहली बार और खास कर विवेकानंद अस्पताल में शुरू हो रही है. इसकी मुझे बहुत खुशी है. इससे मरीजों को बहुत राहत मिलेगी उन्हें कम खर्च में बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा. उन्होंने बताया कि अभी इस सर्जरी का शुल्क तय नहीं किया गया है लेकिन जितना भी होगा सामान्य सर्जरी से कम ही खर्च होगा.

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