किन्नौर: विमल नेगी एचपीपीसीएल के कर्मठ एवं ईमानदार अधिकारी थे. उन्हें भ्रष्टाचारी अधिकारियों ने गलत फाइलों में हस्ताक्षर के लिए दबाव डाला था, जो उन्हें कभी मंजूर नहीं था. उनकी ईमानदारी को देख भ्रष्ट अधिकारियों ने उन्हें किसी साजिश के तहत मारा है और सारे सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की है. सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने में लगी है. ये गंभीर आरोप विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने लगाए. वहीं, किरण नेगी ने कहा कि विमल नेगी के मौत के बाद उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी प्रदेश की जनता एक हुई, जिनका उन्होंने आभार प्रकट किया है.
एचपीपीसीएल चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में हिमाचल हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच के आदेश दिए है. इसको लेकर विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने रिकांग पीओ में मीडिया के सामने अपनी बात रखी. किरण नेगा कहा, "हिमाचल प्रदेश की सरकार उन भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने में लगी है. HPPCL के एमडी और डायरेक्टर देसराज ने इस पूरे प्रकरण में स्वयं को बचाने के लिए पूरी कोशिश की, जिसमें सरकार ने उक्त आरोपियों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए. विमल नेगी मौत मामले में कई सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं की पोल खुलेगी और हाई कोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश से अब सब कुछ जगजाहिर हो जाएगा".
बता दें कि विमल नेगी 10 मार्च 2025 को अचानक लापता हो गए थे और 8 दिन बाद 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर के गोविंद सागर झील से बरामद हुआ था. शव मिलने के बाद उनके परिवारजनों ने उसे आत्महत्या नहीं, बल्कि साजिश बताया था. जिसके बाद उनके शव को सरकार द्वारा निष्पक्ष जांच के आश्वासन पर उठाया था. लेकिन मामले में कुछ अधिकारियों के ऊपर शंका जाहिर की. जिसके बाद अब इस प्रकरण में हाईकोर्ट ने जांच के लिए सीबीआई को आदेश दिए हैं.
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