बूंदी: जिले के कापरेन में 50 बेड के अस्पताल के भवन का निर्माण 3 किलोमीटर दूर कोटा रोड पर किया जाएगा. इसके लिए भूमि का चयन कर लिया गया. अब इस मामले को लेकर ग्रामीण नाराज हैं. उनका कहना है कि नई जगह आबादी से 3 किलोमीटर दूर है, जो सही नहीं है. ग्रामीणों ने अस्पताल कापरेन कस्बे में ही बनाने की मांग की. इसको लेकर पूरे गांव के लोग सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और बूंदी कलेक्टर अक्षय गोदारा से मिले. ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रशासन अपनी मर्जी से अस्पताल का निर्माण करवाता है तो वे आंदोलन करेंगे.
कस्बा निवासी चेतन मीणा ने बताया कि सरकार ने अस्पताल के निर्माण को घोषणा की थी, लेकिन अब इसे कस्बे से दूर बनाया जा रहा है. अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं. इसे लेकर कापरेन के लोगों में भारी आक्रोश है. कस्बे के ही रमेश चंद सैन ने बताया कि कापरेन के एक भामाशाह अस्पताल निर्माण के लिए अपनी भूमि दान करना चाहते हैं, ताकि उसी पर अस्पताल का निर्माण करवाया जा सके. इसके बावजूद अधिकारी दान की भूमि पर अस्पताल बनाने की बजाय कस्बे से बहुत दूर अस्पताल बनाकर लोगों को परेशानी में डालना चाहते हैं.
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लोकसभा अध्यक्ष और कलेक्टर से मिले ग्रामीण: इस मामले में सोमवार को कापरेन के लोग कोटा पहुंचकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी मांग से अवगत करवाया. ग्रामीणों की मांग थी कि अस्पताल का निर्माण कस्बे के पास ही हो. दूर होने से बुजुर्गों और महिलाओं को पहुंचने में परेशानी होगी. उसके बाद सभी बूंदी पहुंचे और जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराया. इस पर कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में जहां अस्पताल निर्माण होना है, वहां के प्रस्ताव सरकार को भेज दिए गए हैं, यदि ग्रामीणों को आपत्ति है तो प्रस्ताव को मंगवाकर रिवाइज प्रस्ताव भिजवाया जाएगा. इस दौरान पूर्व चेयरमैन राजेंद्र कुमार पाटनी, मुकेश कुमार मीना, भाजपा जिला उपाध्यक्ष तेजनारायण दुबे, द्वारिका लाल मीना, प्रवीण सिसोदिया, रमेश सेन, चेतन मीना, अरविंद गोस्वामी, नंदकिशोर मेघवाल आदि मौजूद थे.