नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की विजिलेस यूनिट ने मॉडल टाउन थाने के सहायक उप निरीक्षक सुदेश कुमार यादव को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, आरोप है की ASI ने दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर से छत पर मरम्मत कार्य की अनुमति देने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. विजिलेंस यूनिट के डीसीपी ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की बाराखंभा रोड स्थित विजिलेंस इकाई ने की है. मॉडल टाउन निवासी सेवानिवृत्त निरीक्षक ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी.
रिश्वत न देने पर रुकवाया गया काम: उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया था कि उनके आवासीय परिसर में मरम्मत कार्य की अनुमति देने के बदले एएसआई ने उनसे 4 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी. 14 अप्रैल 2025 को रिटायर्ड इंस्पेक्टर की शिकायत दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई में मिली. जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उन्होंने अपने आवासीय परिसर में कुछ सिविल कार्य शुरू किया, तो एएसआई और क्षेत्र के अन्य बीट स्टाफ द्वारा काम को रुकवा दिया गया.
4 लाख की रिश्वत मांगी, 2 लाख में बनी बात: सेवानिवृत्त निरीक्षक से 4 लाख रुपये की मांग की गई, साथ ही धमकी दी गई कि रिश्वत के पैसे की मांग पूरी होने के बाद ही सिविल कार्य शुरू किया जा सकता है. जिसके बाद मामला 2 लाख रुपये में तय हुआ. शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आगे बताया कि काम बंद होने की शिकायत लेकर वह थाने के एसएचओ से भी मिला था, लेकिन एसएचओ ने उसे एएसआई से मिलने के लिए कहा. एएसआई ने उसे 14 अपैल 2025 को रिश्वत के पैसों के साथ बुलाया.
पीड़ित ने सबूत के तौर पर ऑडियो रिकॉर्डिंग पेश की: शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ एक पेन ड्राइव भी उपलब्ध कराई, जिसमें बताया कि रिश्वत की मांग के संबंध में पीएस मॉडल टाउन के विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग है. विजिलेंस यूनिट को यह सूचना मिलने के बाद तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू की गई. विजिलेंस यूनिट ने एक छापेमारी टीम का गठन कर जाल बिछाया. शाम करीब 6.30 बजे एएसआई ने शिकायतकर्ता को पुलिस स्टेशन मॉडल टाउन की पहली मंजिल स्थित अपने कमरे में बुलाया और फिर से शिकायतकर्ता से पैसे मांगे. बातचीत के बाद उसने शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपये की रिश्वत राशि स्वीकार कर ली.
विजिलेंस ने रंगे हाथों दबोचा: विजिलेंस की छापेमारी टीम, जो दूर से सारी गतिविधियों पर नजर रख रही थी, ने तुरंत कार्रवाई की और एएसआई को पकड़ लिया. तलाशी लेने पर उसके पास से रिश्वत की रकम बरामद हुई. सारी कार्रवाई पूरी करने के बाद, पुलिस स्टेशन विजिलेंस में भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद उसे राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. मामले में आगे की जांच चल रही है. शिकायतकर्ता द्वारा साझा की गई पेन ड्राइव की सामग्री की भी जांच की जा रही है. गिरफ्तार आरोपी एएसआई वर्ष 1995 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे और वर्तमान में उत्तर-पश्चिम जिले के मॉडल टाउन थाने में बीट अधिकारी के रूप में तैनात थे.
पुलिस विभाग की अपील: डीसीपी ने कहा कि नागरिकों को सूचित किया जाता है और सलाह दी जाती है कि वे किसी भी पुलिस कर्मी द्वारा अधिकार के दुरुपयोग से संबंधित किसी भी शिकायत को सतर्कता हेल्पलाइन नंबर - 1064, या 011-23417995, 9910641064 (व्हाट्सएप) पर साझा कर सकते हैं. वे बाराखंभा रोड पर दिल्ली पुलिस सतर्कता इकाई के कार्यालय में भी जा सकते हैं और व्यक्तिगत रूप से अपनी शिकायत साझा कर सकते हैं.
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