ETV Bharat / state

सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब शुरू, ISRO के पूर्व चेयरमैन ने बताए अंतरिक्ष के गूढ़ रहस्य - CENTRAL INDIA FIRST SPACE LAB

मध्य प्रदेश के विदिशा में ISRO के पूर्व चेयरमैन ए.एस. किरण कुमार ने स्टूडेंट्स के अंतरिक्ष के रहस्यों से जुड़े सवालों के जवाब दिए.

Vidisha Central India first space
विदिशा में सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब शुरू (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : April 11, 2025 at 8:14 PM IST

2 Min Read

विदिशा : विदिशा में मगधम इंटरनेशनल स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल की है. इस स्कूल में सेंट्रल इंडिया की पहली अंतरिक्ष प्रयोगशाला (Space Lab) की स्थापना की गई है. इस अत्याधुनिक लैब का उद्घाटन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व चेयरमैन पद्मश्री ए.एस. किरण कुमार ने किया. इस मौके पर इसरो के पूर्व चेयरमैन ने स्टूडेंट्स को अंतरिक्ष के ऐसे-ऐसे रहस्यों से अवगत कराया कि हर कोई सुनकर आश्चर्य में पड़ गया.

स्टूडेंट्स को बताया अंतरिक्ष यात्रा का इतिहास

ISRO के पूर्व चेयरमैन ए.एस. किरण कुमार ने स्टूडेंट्स से भारत की अंतरिक्ष यात्रा, तकनीकी उपलब्धियां और आने वाले अभियानों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, "इसरो ने बीते वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है, जिससे भारत आज वैश्विक स्तर पर अग्रणी राष्ट्रों की श्रेणी में शामिल हो गया है. छात्रों को वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान की ओर प्रेरित करना समय की आवश्यकता है." बता दें कि इस अंतरिक्ष प्रयोगशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान, उपग्रह प्रौद्योगिकी, रॉकेट विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में व्यवहारिक ज्ञान और शोध के अवसर प्रदान करना है.

इसरो के पूर्व चेयरमैन ने बताए अंतरिक्ष के गूढ़ रहस्य (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
स्टूडेंट्स को बताया अंतरिक्ष यात्रा का इतिहास (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब विदिशा में (ETV BHARAT)

स्पेस लैब में कई प्रकार के उपकरण व मॉडल

प्रयोगशाला में आधुनिक उपकरण जैसे रॉकेट मॉडल, चंद्रयान रोवर का सिम्युलेटर, प्रोफेशनल टेलीस्कोप, रियल एस्ट्रोनॉट सूट और स्पेस मिशन सिमुलेशन सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराए गए हैं. इससे छात्र न केवल सैद्धांतिक जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि कई परियोजनाओं पर भी काम कर सकेंगे. इस मौके पर छात्रों ने किरण कुमार से अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े कई सवाल पूछे, जिनका उन्होंने सहजता और गहराई से उत्तर दिया. यह संवाद छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा और कई ने अपने भविष्य को अंतरिक्ष अनुसंधान से जोड़ने की उत्सुकता दिखाई.

Vidisha Central India first space lab
इसरो के पूर्व चेयरमैन से सवाल करते स्टूडेंट्स (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब के शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद लोग (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
इसरो के पूर्व चेयरमैन ए.एस. किरण कुमार (ETV BHARAT)

विकसित भारत के लिए नई पीढ़ी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण जरूरी

विद्यालय की प्राचार्या रचना नायर ने बताया "हमारा लक्ष्य उन छात्रों को मंच प्रदान करना है जो खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष में रुचि रखते हैं, ताकि वे देश और विज्ञान की प्रगति में योगदान दे सकें." विद्यालय के चेयरमैन सुनील पलोड़ ने भी इस पहल को नई पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करने वाला कदम बताया. प्लानिंग ये है कि आने वाले समय में छात्रों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अंतरिक्ष परियोजनाओं, प्रतियोगिताओं और वर्कशॉप्स में भाग लेने के अवसर मिलेंगे.

विदिशा : विदिशा में मगधम इंटरनेशनल स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल की है. इस स्कूल में सेंट्रल इंडिया की पहली अंतरिक्ष प्रयोगशाला (Space Lab) की स्थापना की गई है. इस अत्याधुनिक लैब का उद्घाटन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व चेयरमैन पद्मश्री ए.एस. किरण कुमार ने किया. इस मौके पर इसरो के पूर्व चेयरमैन ने स्टूडेंट्स को अंतरिक्ष के ऐसे-ऐसे रहस्यों से अवगत कराया कि हर कोई सुनकर आश्चर्य में पड़ गया.

स्टूडेंट्स को बताया अंतरिक्ष यात्रा का इतिहास

ISRO के पूर्व चेयरमैन ए.एस. किरण कुमार ने स्टूडेंट्स से भारत की अंतरिक्ष यात्रा, तकनीकी उपलब्धियां और आने वाले अभियानों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, "इसरो ने बीते वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है, जिससे भारत आज वैश्विक स्तर पर अग्रणी राष्ट्रों की श्रेणी में शामिल हो गया है. छात्रों को वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान की ओर प्रेरित करना समय की आवश्यकता है." बता दें कि इस अंतरिक्ष प्रयोगशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान, उपग्रह प्रौद्योगिकी, रॉकेट विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में व्यवहारिक ज्ञान और शोध के अवसर प्रदान करना है.

इसरो के पूर्व चेयरमैन ने बताए अंतरिक्ष के गूढ़ रहस्य (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
स्टूडेंट्स को बताया अंतरिक्ष यात्रा का इतिहास (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब विदिशा में (ETV BHARAT)

स्पेस लैब में कई प्रकार के उपकरण व मॉडल

प्रयोगशाला में आधुनिक उपकरण जैसे रॉकेट मॉडल, चंद्रयान रोवर का सिम्युलेटर, प्रोफेशनल टेलीस्कोप, रियल एस्ट्रोनॉट सूट और स्पेस मिशन सिमुलेशन सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराए गए हैं. इससे छात्र न केवल सैद्धांतिक जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि कई परियोजनाओं पर भी काम कर सकेंगे. इस मौके पर छात्रों ने किरण कुमार से अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े कई सवाल पूछे, जिनका उन्होंने सहजता और गहराई से उत्तर दिया. यह संवाद छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा और कई ने अपने भविष्य को अंतरिक्ष अनुसंधान से जोड़ने की उत्सुकता दिखाई.

Vidisha Central India first space lab
इसरो के पूर्व चेयरमैन से सवाल करते स्टूडेंट्स (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
सेंट्रल इंडिया की पहली स्पेस लैब के शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद लोग (ETV BHARAT)
Vidisha Central India first space lab
इसरो के पूर्व चेयरमैन ए.एस. किरण कुमार (ETV BHARAT)

विकसित भारत के लिए नई पीढ़ी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण जरूरी

विद्यालय की प्राचार्या रचना नायर ने बताया "हमारा लक्ष्य उन छात्रों को मंच प्रदान करना है जो खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष में रुचि रखते हैं, ताकि वे देश और विज्ञान की प्रगति में योगदान दे सकें." विद्यालय के चेयरमैन सुनील पलोड़ ने भी इस पहल को नई पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करने वाला कदम बताया. प्लानिंग ये है कि आने वाले समय में छात्रों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अंतरिक्ष परियोजनाओं, प्रतियोगिताओं और वर्कशॉप्स में भाग लेने के अवसर मिलेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.