विदिशा: संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती विदिशा में धूमधाम से मनाई गई. इस दौरान वाल्मीकि समाज की महिलाओं ने आर्थिक सशक्तिकरण का नया रास्ता दिखाया. जिले में नगर पालिका एक महिला समूह से झाड़ू खरीदेगी.
अंबेडकर जंयती पर नया इनोवेशन
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में अंबेडकर जयंती के मौके पर वाल्मीकि समाज की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में एक अनूठा इनोवेशन देखने मिला. जिसे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो समाज के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण का सशक्त उदाहरण बताया.
महिलाओं को मिलेगा रोजगार
दरअसल, नगर पालिका के पूर्व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, जो पहले आधे वेतन में कार्यरत थे, अब संगठित होकर वाल्मीकि स्वयं सहायता समूह के रूप में नगर पालिका के लिए झाड़ू आपूर्ति का कार्य कर रहे हैं. इस समूह में विशेष रूप से महिलाओं को शामिल किया गया है. जिनके पास पहले रोजगार का कोई स्थायी साधन नहीं था.

महिलाओं के समूह से खरीदेगी झाड़ू
प्रियंक कानूनगो ने इसे देशभर का पहला उदाहरण बताया. जहां नगर पालिका द्वारा सीधे एक महिला समूह से झाड़ू खरीदी जा रही है. इस पहल से न केवल महिलाओं को रोजगार मिला है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का एक मजबूत अवसर भी प्राप्त हुआ है.
- हाथ नहीं जादू देखिए, 3 उंगलियों वाले हाथों को बना लिया अपनी ताकत, आज हैं देश की फेमस ब्यूटीशियन
- "ये नया भारत है जिसकी गर्जना पूरी दुनिया सुनती है", NCC कैडेट्स में भरा जोश
महिलाएं बन सकती हैं समाज में बदलाव की मिसाल
डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों को बताते हुए प्रियंक कानूनगो ने कहा कि "सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण के बिना समानता संभव नहीं है. उन्होंने कहा यह इनोवेशन उसी दिशा में एक बड़ा कदम है. कानूनगो ने कहा कि अगर सरकारी योजनाओं का सही समय पर लाभ मिले तो महिलाएं समाज में बदलाव की मिसाल बन सकती हैं.