नहीं था बस का किराया, साइकिल से 60 KM सफर कर पन्ना पहुंचे पीड़ित, कलेक्ट्रेट में डाला डेरा
जमीन मामले को लेकर साइकिल से 60 किलोमीटर चलकर पन्ना पहुंचे दो भाई. मंगलवार को जनसुनवाई की छुट्टी के चलते नहीं दे सके आवेदन.

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : October 8, 2025 at 10:33 AM IST
|Updated : October 8, 2025 at 11:07 AM IST
पन्ना: मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट में अपनी शिकायत एवं फरियाद लेकर जिलेभर के शिकायतकर्ता पन्ना पहुंचते हैं. पर मंगलवार को एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां पर पन्ना जिला केंद्र से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित फरियादियों के पास बस का किराया न होने के चलते वह अपनी साइकिल से ही 60 किलोमीटर का सफर तय कर पन्ना पहुंचे.
जब उन्हें पता चला कि मंगलवार को जनसुनवाई का शासकीय अवकाश है, इस पर उन्होंने दूसरे दिन आवेदन देने की ठानी और पन्ना कलेक्ट्रेट परिसर में ही डेरा जमा लिया. रात 10:00 बजे जब दोनों भाईयों ने साइकिल खड़ी कर परिसर के बाहर सोने के लिए बिस्तर बिछाया, तब यह मामला सामने आया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया.
क्या है पूरा मामला
राजा भैया कुशवाहा एवं उसका भाई बद्री प्रसाद कुशवाहा, गुनौर तहसील के बमुरहिया सिठौली सलेहा के निवासी हैं. उनका जमीनी विवाद चल रहा है. आरोप है कि उनकी जमीन पर किसी और ने कब्जा कर लिया है. कब्जा हटाने एवं जमीन दिलाने के लिए उन्होंने तहसील एसडीएम को कई बार शिकायत की है. जिस पर किसी ने सुनवाई नहीं की. इस पर उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी. आरोप है कि, पन्ना जिले की सलेहा थाना अंतर्गत पुलिस वालों ने उसके साथ मारपीट की एवं सीएम हेल्पलाइन कटवाने का दबाव डाला गया. जिस पर पीड़ितों ने परेशान होकर अपनी शिकायत मंगलवार को पन्ना कलेक्टर को सुनाने पन्ना पहुंचने का निर्णय लिया.

पुलिस पर लगाए प्रताड़ित करने के आरोप
फरियादी राजा भैया कुशवाहा एवं बद्री प्रसाद ने बताया कि, ''पुलिस द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है एवं सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए कहा गया है. जिस पर वह परेशान होकर कलेक्ट्रेट पन्ना पहुंचे हैं. जहां पर मंगलवार को जनसुनवाई की छुट्टी होने के कारण वह आवेदन ना दे सके. इस कारण उन्होंने दूसरे दिन आवेदन देने की ठानी एवं कहीं आसरा ना होने के कारण कलेक्टर परिसर में ही डेरा जमा लिया.'' रात में बिस्तर लगाकर सोने लगे तब जाकर प्रशासन को इसकी खबर लगी और प्रशासन हरकत में आया.
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मौके पर पहुंचे तहसीलदार
सूचना मिलने पर रात करीब 10:30 बजे तहसीलदार अखिलेश प्रजापति एवं पुलिस विभाग से उप निरीक्षक शक्ति पांडे मौके पर पहुंचे. उन्होंने पीड़ितों से बात की एवं सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा. इस बीच पीड़ितों ने तहसीलदार अखिलेश प्रजापति को शिकायती आवेदन भी दिया. काफी मनाने के बाद पीड़ित मान गए और कहीं सुरक्षित जगह चले गए.
इनका कहना है
अखिलेश प्रजापति तहसीलदार पन्ना ने बताया कि, ''जैसे ही जानकारी लगी कि कलेक्ट्रेट परिसर में दो व्यक्ति रात में बैठे हैं, तो उनसे बात की गई. उन्होंने बताया कि वह शिकायती आवेदन देने पन्ना आए थे, लेकिन अवकाश होने के कारण वह आवेदन नहीं दे सके. वह दूसरे दिन आवेदन देना चाहते थे, ठहरने की जगह नहीं होने के चलते रात में ही कलेक्ट्रेट परिसर में लेट गए. जिस पर उनका आवेदन ले लिया गया है एवं संबंधित एसडीएम को भेज दिया गया हैं. मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.''

