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पेयजल संकट पर अधिकारियों पर बरसीं वसुंधरा राजे, बोलीं- पीएम ने दिए 42 हजार करोड़, पाई-पाई का हिसाब दो - VASUNDHRA RAJE ON PHED

झालावाड़ दौरे पर पहुंचीं वसुंधरा राजे ने रायपुर कस्बे में जल संकट को लेकर कार्यकर्ताओं की शिकायत पर पीएचईडी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.

वसुंधरा राजे
वसुंधरा राजे ने अधिकारियों को लगाई फटकार (ETV Bharat Jhalawar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : April 9, 2025 at 8:46 AM IST

Updated : April 9, 2025 at 9:27 AM IST

3 Min Read

झालावाड़: 8 अप्रैल 2025 को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ जिले का दौरा शुरू किया. अपने दौरे के पहले ही दिन उन्होंने जिले में बढ़ते पेयजल संकट को लेकर गंभीर चिंता जताई और इस मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया.

वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 42 हजार करोड़ जल जीवन मिशन में दिए हैं. पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया ? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे, इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल हैं. यह तो अप्रेल का हाल है, जून-जुलाई में क्या होगा ? फिलहाल झालावाड़ में पेयजल संकट को लेकर स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखी जा रही है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा और बयान आगामी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है.

इसे भी पढ़ें- आज से पांच दिन हाड़ौती दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, यहां जानिए पूरा कार्यक्रम

"मैं ऐसा नहीं होने दूंगी": वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि "वे जनता को परेशान नहीं होने देंगी और पेयजल संकट का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करना किसी भी सरकार के लिए सही नहीं है. क्या जनता को प्यास नहीं लगती ? सिर्फ़ आप अफसरों को ही लगती है." पूर्व मुख्यमंत्री ने रायपुर कस्बे के ग्रामीणों की पेयजल संकट की शिकायत पर जलजीवन मिशन और जलदाय विभाग के अफसरों को त्वरित समाधान के सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गर्मी में पेयजल संकट के कारण जनता त्रस्त है, अफसर तृप्त हैं. पानी कागजों में नहीं, लोगों के होठों तक पहुँचे, अफसर सो रहें है, लोग रो रहें हैं.

कांग्रेस भी कूदी मैदान में: राजे की इस पोस्ट के बाद सियासी हलकों में हलचल मच गई है. विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया और भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि "जब भाजपा के वरिष्ठ नेता ही सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं, तो यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार जमीनी हकीकत से पूरी तरह कट चुकी है. जूली ने सरकार से जवाब मांगते हुए कहा कि आखिर जनता को बुनियादी सुविधाएं कब मिलेंगी ? गर्मी के मौसम में जल संकट की स्थिति भयावह होती जा रही है, लेकिन सरकार केवल कागज़ी दावों तक सीमित है."

इसे भी पढ़ें- भरतपुर में जल संकट : छह महीने से गंदा पानी पीने को मजबूर लोग, महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन

वहीं, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी वसुंधरा राजे की फेसबुक पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि "अब तो राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री भी कह रही हैं जनता परेशान है अफसर सो रहे है , अब तो नींद से जागो भजनलाल."

झालावाड़: 8 अप्रैल 2025 को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ जिले का दौरा शुरू किया. अपने दौरे के पहले ही दिन उन्होंने जिले में बढ़ते पेयजल संकट को लेकर गंभीर चिंता जताई और इस मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया.

वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 42 हजार करोड़ जल जीवन मिशन में दिए हैं. पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया ? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे, इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल हैं. यह तो अप्रेल का हाल है, जून-जुलाई में क्या होगा ? फिलहाल झालावाड़ में पेयजल संकट को लेकर स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखी जा रही है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा और बयान आगामी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है.

इसे भी पढ़ें- आज से पांच दिन हाड़ौती दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, यहां जानिए पूरा कार्यक्रम

"मैं ऐसा नहीं होने दूंगी": वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि "वे जनता को परेशान नहीं होने देंगी और पेयजल संकट का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करना किसी भी सरकार के लिए सही नहीं है. क्या जनता को प्यास नहीं लगती ? सिर्फ़ आप अफसरों को ही लगती है." पूर्व मुख्यमंत्री ने रायपुर कस्बे के ग्रामीणों की पेयजल संकट की शिकायत पर जलजीवन मिशन और जलदाय विभाग के अफसरों को त्वरित समाधान के सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गर्मी में पेयजल संकट के कारण जनता त्रस्त है, अफसर तृप्त हैं. पानी कागजों में नहीं, लोगों के होठों तक पहुँचे, अफसर सो रहें है, लोग रो रहें हैं.

कांग्रेस भी कूदी मैदान में: राजे की इस पोस्ट के बाद सियासी हलकों में हलचल मच गई है. विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया और भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि "जब भाजपा के वरिष्ठ नेता ही सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं, तो यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार जमीनी हकीकत से पूरी तरह कट चुकी है. जूली ने सरकार से जवाब मांगते हुए कहा कि आखिर जनता को बुनियादी सुविधाएं कब मिलेंगी ? गर्मी के मौसम में जल संकट की स्थिति भयावह होती जा रही है, लेकिन सरकार केवल कागज़ी दावों तक सीमित है."

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वहीं, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी वसुंधरा राजे की फेसबुक पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि "अब तो राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री भी कह रही हैं जनता परेशान है अफसर सो रहे है , अब तो नींद से जागो भजनलाल."

Last Updated : April 9, 2025 at 9:27 AM IST
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