वाराणसी : निर्जला एकादशी भगवान विष्णु की आराधना का विशेष दिन माना जाता है. वाराणसी में निर्जला एकादशी के मौके पर हर वर्ष की तरह इस साल शुक्रवार को भी बड़े धूमधाम के साथ कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा अलग-अलग घाटों से निकालने की परंपरा है. हालांकि इस बार की कलश यात्रा में सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की झलक देखने को मिली. इस मौके पर काशीवासियों ने गंगा, जमुना, सरस्वती के साथ सिंधु, चिनाब, रीवा, मानसरोवर के जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक किया.
काशी में निर्जला एकादशी के मौके पर शुक्रवार सुबह से ही बड़ी संख्या में गंगा स्नान करने वालों की भीड़ घाटों पर दिखाई दे रही थी. गंगा दशहरा के मौके पर गुरुवार को लाखों की संख्या में भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई थी. शुक्रवार को अलग-अलग गंगा घाटों पर भीषण गर्मी और धूप के बाद भी लोग आस्था की डुबकी लगाने में जुटे हुए हैं. वहीं बाबा विश्वनाथ की भागवत कलश यात्रा का आयोजन भी सुबह से किया गया.

ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित रही कलश यात्रा : शुक्रवार को निकाली गई वार्षिक कलश यात्रा इस बार ऑपरेशन सिंदूर को पूरी तरह से समर्पित दिखाई दी. हाथों में तिरंगा झंडा लिए भारत माता की जय के नारे के साथ देश की अलग-अलग नदियों के जल लेकर लोग पहुंचे थे. कलश यात्रा राजेंद्र प्रसाद घाट से बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक निकाली गई. इसी जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक किया गया. सैकड़ों महिलाएं सिर पर सिंधु नदी समेत विभिन्न नदियों का जल लेकर बाबा के धाम पहुंची थीं. बाबा विश्वनाथ के दरबार में पूर्व मंत्री नीलकंठ तिवारी भी शामिल हुए.

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