लखनऊ: उच्च शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट आगामी 8 मई से 1 जून से होने जा रहा है. सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय और ज्यादातर राज्य विश्वविद्यालय सीयूईटी के तहत ही नए छात्रों का प्रवेश लेंगे. जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया 25 मार्च को ही समाप्त हो चुकी है. अब छात्र परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं. इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र माध्यमिक कक्षाओं के हैं जिनको परीक्षा के स्वरुप और प्रश्नपत्रों को लेकर उहापोह की स्थिति है. लेकिन विश्वविद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि छात्रों को अपने माध्यमिक के पाठ़यक्रमों को ही दुहराना चाहिए. इसके अलावा सामान्य ज्ञान को अद्यतन करते रहना चाहिए.
वैकल्पिक सवालों का देना होगा जवाब : इस परीक्षा में कुल 50 प्रश्न वैकल्पिक प्रकार के होंगे. जिसमें एक प्रश्न के चार विकल्पों में से सही विकल्प का चुनाव करना होगा. परीक्षा कम्प्यूटर आधारित होगी. जिसमें सभी प्रश्नों के उत्तर छात्रों को देने होंगे. छात्रों द्वारा दिए गए प्रत्येक सही उत्तर के लिए 5 अंक दिए जाएंगे. जबकि गलत उत्तर देने पर एक अंक काट लिया जाएगा. प्रत्येक छात्र को तीन हिस्सों में परीक्षा देनी होगी जिसमें पहला हिस्सा भाषा का होगा जिसमें 50 प्रश्न होंगे. दूसरा हिस्सा विषय आधारित होगा इसमें भी 50 प्रश्न होंगे जबकि तीसरा हिस्सा सामान्य ज्ञान और सामान्य अभिरुचि से संबंधित होगा जिसमें 50 प्रश्न होंगे. कुल 150 प्रश्नों के 750 अंक निर्धारित किए गए हैं.
तीन घंटे होगी परीक्षा : छात्रों को 3 घंटे के भीतर 150 वैकल्पिक प्रश्नों में से सही उत्तरों को चिंहित करना होगा. गलत उत्तर देने पर एक अंक काट लिया जाएगा जबकि प्रत्येक सही उत्तर पर 5 अंक प्रदान किए जाएंगे.
कैसे करें तैयारी : सीयूईटी उत्तीर्ण कर उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्रों को अपने माध्यमिक कक्षा के विषयों पर केंद्रीत रहना होगा. एनसीईआरटी से ही प्रश्न होंगे इसलिए छात्रों को एनसीईआरटी से तथ्यात्मक बातों को दुहराते रहना होगा. इसके अलावा सामान्य ज्ञान और सामान्य अभिरुचि के लिए छात्र किसी अच्छे प्रकाशन की सामान्य ज्ञान की पुस्तक का अध्ययन कर सकते हैं. इसी तरह तर्कशक्ति के प्रश्नों की प्रकृति समझने और उनका सही उत्तर चयन करने के लिए छात्रों को तर्कशास्त्र की किसी पुस्तक का अध्ययन करना चाहिए जिससे वह मूलभूत तथ्यों से अवगत हो सकें.
खुनखुनजी महाविद्यालय की शिक्षीका डॉ. सुप्रिया सिंह ने कहा, छात्रों को इसे प्रतियोगी परीक्षा की तरह लेना चाहिए. समयसीमा का विशेष ध्यान रखें और प्रश्नपत्र सामने आते ही सबसे पहले यह देखें कि आसान प्रश्न कौन से हैं. और जिन प्रश्नों को वह जानते हैं, सबसे पहले ऐसे प्रश्नों को हल कर लें. दूसरी बार में कठिन प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें. लेकिन यह ध्यान रखें कि नकारात्मक अंक होने के कारण गलत उत्तर देने से बचे.
लखनऊ विश्वविद्यालय सहायक आचार्य डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया एनसीईआरटी के किताबों से तैयारी करें. समय सीमा का ध्यान रखें. सामान्य ज्ञान के लिए किसी अच्छे पुस्तक का अध्ययन कर लें. करेंट अफेयर संबंधित सवालों के लिए कम से कम एक माह पुरानी घटनाओं में तथ्यों का याद कर लें.