लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 3 दिन में जमकर बारिश हुई. आफत बनकर बरसे मानसून से कई इलाके जलमग्न हो गए. कई जगह पर पुराने निर्माण गिरने से लोगों की मौत भी हो गई. भीषण बारिश को देखते हुए 15 से 16 जिलों में स्कूल कॉलेज बंद कर देने पड़े. लेकिन, शनिवार से मानसून थोड़ा हल्का पड़ा और बारिश थमी. अगर आंकड़ों की बात की जाए तो इस बार अभी तक अनुमान से 7% कम बारिश रिकॉर्ड की गई. लेकिन, मौसम विभाग ने सोमवार से एक बार फिर से मानसून के सक्रिय होने की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से एक बार फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है.
यूपी के 38 जिलों में आज हो सकती है बारिश: सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर, बस्ती, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, अमेठी, कौशांबी, चित्रकूट, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इसके साथ ही इन जिलों में बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है.
यूपी में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश: उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 6.4 के सापेक्ष 6.2 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 3 प्रतिशत कम है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 7.4 के सापेक्ष 1.99 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो समान से 74% कम है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 4.9 के सापेक्ष 12.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 153 प्रतिशत अधिक है.
यूपी में एक जून से 14 सितंबर तक हुई बारिश: उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 685 के सापेक्ष 638 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो समान्य से 7% कम है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 726 के सापेक्ष 619 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 15% कम है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 628 के सापेक्ष 665 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 6% अधिक है.
लखनऊ में शनिवार को नहीं हुई बारिश: लखनऊ में शनिवार को सुबह से ही आसमान साफ रहे. दिन में धूप खिली रही. कुछ स्थानों पर बादलों की भी आवाजाही रही. शनिवार को लखनऊ में मौसम सूखा रहा. अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है.
क्या संडे को लखनऊ में होगी बारिश: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार रविवार को लखनऊ में कुछ स्थानों पर बादलों की आवाजाही रहेगी. दिन में आसमान साफ रहेंगे, धूप खिली रहेगी. अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
यूपी का प्रयागराज जिला रहा सबसे गर्म: शनिवार को उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला सबसे गर्म रहा, जहां पर अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान मुजफ्फरनगर जिले में 20.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम है.
यूपी में कैसा रहेगा मौसम: मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि रविवार को उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है. वही सोमवार व मंगलवार को मानसून फिर से सक्रिय होगा. उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हो सकती है. बुधवार से मानसून की तीव्रता में फिर से कमी आएगी और कुछ इलाकों में हल्की बारिश जारी रहेगी. आने वाले दो दिन तक अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2 से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की जाएगी. उसके बाद धीरे-धीरे 2 से लेकर 4 डिग्री सेल्सियस की कमी होने की संभावना है. अगले 5 दिन के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
हमीरपुर में यमुना खतरे के निशान के ऊपर: हमीरपुर जनपद में बाढ़ के पानी से यमुना और बेतवा नदियां फिलहाल स्थिर हो गई हैं. हालांकि यमुना अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि बेतवा खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है. केन नदी का जलस्तर बढ़ने से मौदहा तहसील के गढ़ा गांव पानी से घिर गया. इलाकों में प्रभावित होने के साथ-साथ फसलों को भी नुकसान हो रहा है.
प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार निगरानी रखे हुए है और बाढ़ चौकियां अलर्ट मोड पर हैं. इसी प्रकार बेतवा के पानी से सरीला के कुपरा गांव व कुरारा के पारा कंडौर गांव में आवागमन बाधित हो गया है. लोगों को नाव से काम करना पड़ रहा है. वहीं सिड़रा गांव में आठ दस घरों तक पानी पहुंच गया है.
गोला बैराज से छोड़ा गया 75,834 क्यूसेक पानी, बरेली के गांवों में कटान शुरू: पिछले चार दिन से पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. बरेली जिले के मीरगंज और बहेड़ी इलाकों में रामगंगा, बहगुल और किच्छा नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है. इससे मीरगंज के करनपुर गांव में कटान शुरू हो गया है, जिससे कई बीघा जमीन कट चुकी है और अब वहां के मकानों पर खतरा मंडरा रहा है.
शुक्रवार को गोला बैराज से 75,834 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे किच्छा नदी उफान पर आ गई. शनिवार को फिर से सुबह 16,546 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया, जिससे बहेड़ी और मीरगंज तहसील के कई गांवों में पानी भर गया. बाढ़ का पानी खेतों से लेकर सड़कों तक फैलने लगा है. कई गांवों में धान और गन्ने की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और पशुओं के चारे का भी नुकसान हुआ है.
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