लखनऊ: पुलिस की वर्दी पहने जब कोई अधिकारी बड़े परदे पर नजर आए, तो दर्शकों की नजरें वहीं ठहर जाती हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है लखनऊ पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात राम रक्षा सिंह ने. ड्यूटी के साथ-साथ इन्होंने बॉलीवुड में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘रेड’, ‘लाल बत्ती’ और ‘घमासान’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाले राम रक्षा सिंह अब अभिनय की दुनिया में जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की सुपर हिट फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में जबरदस्त किरदारों की भरमार थी, लेकिन दर्शकों को जिसने चौंकाया वह था ‘पहलवान टू’ का किरदार, जिसे निभाया था सब इंस्पेक्टर रामरक्षा सिंह ने.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में राम रक्षा सिंह ने बताया, “जब गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म शूट हो रही थी, तब अंदाजा नहीं था कि इतनी हिट होगी. उनके पास एक्टिंग का अनुभव नहीं था, लेकिन बचपन से रुचि जरूर थी. पहले गाने गाया करता था. 12वीं के बाद पुलिस में नौकरी मिली और फिर डिपार्टमेंटल कार्यक्रमों में भाग लेना शुरू किया.”

गैंग्स ऑफ वासेपुर से मिली पहचान: राम रक्षा सिंह ने बताया कि एक्टिंग और गायकी के शौक की वजह से उन्होंने अपना ट्रांसफर मुरादाबाद से बनारस करा लिया था. बनारस में तैनाती के दौरान भोजपुरी इंडस्ट्री के कुछ बड़े निर्देशकों से मुलाकात हुई. उसी दौरान गैंग्स ऑफ वासेपुर की शूटिंग हो रही थी.
वहीं पर उन्होंने ऑडिशन दिया. ऑडिशन के 5 महीने बीत गए तो मुझे लगा कि अब शायद कुछ नहीं होगा, लेकिन फिर जब रोल मिला तो कोयले की खदान में शूटिंग हुई. फिल्म रिलीज होते ही दोस्तों से खूब मुबारकबाद मिली और सिनेमा हॉल में दर्शकों की तालियों ने मुझे अंदर तक छू लिया.

अजय देवगन से मुलाकात और ‘रेड’ में रोल: राम रक्षा सिंह ने बताया कि जब लखनऊ में फिल्म रेड की शूटिंग हो रही थी, तब वे शूटिंग देखने पहुंचे थे. वहीं पर उन्होंने ऑडिशन दिया. अगले ही दिन एक अखबार में उनके बारे में एक पेज की खबर छपी. जब दोबारा अजय देवगन से मिला, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि आपके बारे में हम सब पढ़ चुके हैं. फिर फिल्म में रोल मिला और एक्टिंग का सिलसिला आगे बढ़ा.
‘लाल बत्ती’ और ‘घमासान’ में पुलिस ऑफिसर का दमदार रोल: राम रक्षा सिंह ने बताया कि हाल ही में उन्होंने ‘लाल बत्ती’ और ‘घमासान’ फिल्मों में पुलिस अफसर का किरदार निभाया है. ये फिल्में जल्द ही ओटीटी पर रिलीज होने वाली हैं.
नौकरी नहीं छोड़ेंगे, एक्टिंग जारी रहेगी: भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए राम रक्षा सिंह कहते हैं, “अगर अच्छी स्क्रिप्ट आई, तो जरूर काम करूंगा, लेकिन नौकरी नहीं छोड़ूंगा. पुलिस की नौकरी ने मुझे जो सम्मान दिया है, वह अनमोल है. घरवाले भी यही कहते हैं कि नौकरी मत छोड़ो.”

भोजपुरी सिनेमा पर टिप्पणी करते हुए रामरक्षा सिंह ने कहा, “भोजपुरी फिल्मों की स्क्रिप्टिंग में सुधार की जरूरत है. आज भी कॉपी-पेस्ट का चलन है. हमें तेलुगू फिल्मों से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने बॉलीवुड को टक्कर दी है.”
पुलिस डिपार्टमेंट से मिलता है पूरा सहयोग: राम रक्षा सिंह ने बताया कि फिल्मों में काम करने के लिए उन्हें विभाग से अनुमति लेनी होती है, जो उन्हें मिल जाती है. अधिकतर फिल्मों में मुझे पुलिस अफसर का ही रोल मिलता है.
निर्माता भी यही कहते हैं कि जैसे आप थाने में मुजरिमों से पेश आते हैं, वैसा ही कैमरे के सामने भी कीजिए. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कई और फिल्मों के लिए बातचीत चल रही है. एक्टिंग और वर्दी का यह संतुलन उनके लिए नई पहचान बन चुका है.