लखनऊ: आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग और ज्वाइंट डायरेक्टर योगेंद्र मिश्रा के बीच 29 मई को हुए विवाद में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस मामले में हजरतगंज पुलिस ने IRS गौरव गर्ग के बयान लिए हैं. साथ ही पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं. इस जांच के दौरान पुलिस को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. घटनास्थल की जांच के दौरान फॉरेंसिक टीम ने मौके पर कांच के टूटे हुए टुकड़े और अन्य सबूत इकट्ठा किए हैं.
आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि 29 मई को IRS योगेंद्र मिश्रा के साथ उनका विवाद हो गया था. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि योगेंद्र मिश्रा के हमले से उनके सिर में चोट आई है और उनको कान से कम सुनाई देने लगा है.
हजरतगंज पुलिस के मुताबिक गौरव गर्ग ने अपने बयान में भी पूर्व में लगाए सभी आरोपों को दोहराया है. पुलिस ने उन्हीं को जांच में शामिल कर लिया है. वहीं इससे पहले हजरतगंज पुलिस डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग के साथ आयकर भवन पहुंची थी. वहां पर पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ एक बार फिर से पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य इकट्ठे किए. साथ ही सीसीटीवी फुटेज चेक की, जिसमें पुलिस टीम को कई सबूत मिले हैं.
बता दें कि 29 मई को इनकम टैक्स ऑफिस में आईआरएस अधिकारी गौरव गर्ग ने आईआरएस अधिकारी योगेंद्र मिश्रा पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया था. बताया था कि योगेंद्र मिश्रा अचानक उनके ऑफिस में घुस आए और उन पर हमला कर दिया. ऑफिस में उन्होंने गला दबाने का भी प्रयास किया था.
साथ ही कांच के गिलास को फेंक कर मारा था. जिससे उनके चेहरे पर कई जख्म हो गए थे. जूते से उन्होंने प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया था. इस पूरे विवाद के पीछे एक क्रिकेट मैच बताया जा रहा है, जिसमें योगेंद्र मिश्रा को खिलाया नहीं गया था. तब उन्होंने खिलाड़ियों को धमकाया भी था. उनकी इस हरकत के चलते उनका ट्रांसफर कर दिया गया था, तभी से वह नाराज चल रहे थे.