मेरठः जिले के एक गांव में एक युवक की सांप के काटने से मौत हो गई. सांप बिस्तर के नीचे घुसा था, तभी ऊपर से काम से लौटा युवक सो गया. इससे गुस्साए सांप ने रातभर में युवक को दस बार डसा. सांप के काटने से युवक की मौत हो गई. रात भर सांप शव से लिपटा रहा. सुबह लोगों को जब इसकी जानकारी हुई तो सपेरे को बुलवाकर सांप को पकड़वाया गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
रात दस बजे काम से लौटा था युवकः मेरठ थाना बहसूमा क्षेत्र के गांव अकबरपुर सादात में रहने वाला अमित उर्फ मिक्की कश्यप (25) मजदूरी करता था. वह शनिवार को रात दस बजे काम से लौटा था. वह बेहद थका हुआ था. खाना खाने के बाद वह बिस्तर पर जाकर सो गया.
रात भर डसता रहा सांपः बिस्तर के नीचे घुसा सांप अमित के नीचे दब गया तो वह गुस्सा गया. सांप ने अमित पर हमला करना शुरू कर दिया. रात भर में उसने अमित को दस बार डसा. अमित के शरीर में सांप के डंसने के दस निशान मिले हैं. सांप के डंसने से अमित उठ नहीं पाया और सांप रात भर उसके नीचे दबा रहा.
ऐसे हुई जानकारीः सुबह करीब साढ़े पांच बजे जब परिजन उसे जगाने पहुंचे तो उसके बिस्तर पर सांप को देखकर सभी ठिठक गए. परिजनों के मुताबिक अमित बिस्तर पर बेसुध पड़ा हुआ था. सांप को देखकर हड़कंप मच गया. सपेरे के साथ ही पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी गई. गांव महमूदपुर सिखेड़ा निवासी सपेरा आया और उसे सुबह करीब 7.30 बजे सांप को पकड़ने में सफलता मिली. इसके बाद परिजन अमित को लेकर अस्पताल भागे. चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. अमित तीन बच्चों का पिता था. उसकी मौत से परिजनों को गहरा आघात लगा. सभी रो-रोकर बेहाल हैं.
पुलिस क्या बोलीः थाना प्रभारी अवनीश शर्मा का कहना है कि अमित के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है जिसके बाद उसका शव उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा. पुलिस जाच कर रही है कि सांप को किसी ने रंजिश के तहत तो नहीं छोड़ा इसकी जांच की जा रही है.
सांप का बदला या हमला: अक्सर सांप बेहद गुस्सा होने पर कई बार अटैक करता है. कहा जाता है कि ऐसा वह बदला लेने के लिए करता है. अमित को सांप ने दस बार डंसा है. ऐसे में सांप के बदले की चर्चा भी गांव में हो रही है. हालांकि बिस्तर के नीचे दबा होने पर खुद के बचाव के लिए भी सांप अटैक कर सकता है, इस वजह से हमले से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. गांव में सांप के बदले और हमले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं.
ये भी पढ़ेंः 14 साल में लिखी उर्दू में रामायण; छंद-चौपाइयों की जगह शायरी, जानिए कौन हैं रचयिता?