कौशांबीः यूपी में रिश्वत के रोज नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में कौशाम्बी के मंझनपुर में स्थित प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) कार्यालय में एक बाबू पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है. पीड़ित का कहना है कि बाबू हर बार ऑनलाइन रिश्वत की रकम ट्रांसफर कराता है. प्रमाण के तौर पर पीड़ित ने बाबू को ट्रांसफर की गई रकम के कई स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. वहीं, यह मामला एडीएम तक पहुंच गया है. उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है.
जानकारी के मुताबिक सिराथू तहसील के कामशीन गांव में एक आरा मशीन संचालित होती है. यहां आसपास के गांव के लोग लकड़ी की कटाई करवाते है. आरा मशीन के संचालक वसीम के मुताबिक उन्होंने लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए दफ्तर मं आवेदन किया था.
उनका आरोप है कि प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) कार्यालय में तैनात बाबू ने लाइसेंस नवीनीकरण करने के लिए 15 हजार रुपए की डिमांड की. इसके बाद संचालक ने घूस के पैसे ऑनलाइन माध्यम से बाबू के खाते में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद बाबू ने कई बार पैसे की डिमांड की.
संचालक का आरोप है कि बाबू कभी उनसे 500 तो कभी 700 की डिमांड करता और ऑनलाइन ट्रांसफर कराता. इससे नाराज होकर पीड़ित आरा मशीन संचालक ने हंगामा कर दिया. हंगामे के दौरान, बाबू ने महिलाओं के सामने गाली-गलौज की, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. इस घटनाक्रम की जानकारी मीडिया में आने के बाद बाबू ने रिश्वत की राशि वापस करने की बात कहने लगा. पीड़ित वसीम ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं, संचालक ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के कई स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल कर डीएफओ कार्यालय में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाए.
घूस का यह मामला एडीएम न्यायिक तक पहुंच गया है. एडीएम न्यायिक प्रबुद्ध सिंह ने बताया कि डीएफओ कार्यालय में घूस लिए जाने का प्रकरण संज्ञान में आया है. इस मामले की जांच कराई जा रही है. जांच के बाद जो भी सत्यता सामने आएगी उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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