अयोध्या : राम मंदिर में एक साथ अब 1.50 लाख श्रद्धालु परिक्रमा कर सकेंगे. इसके लिए मंदिर की परिधि में 800 मीटर लंबे परकोटे का निर्माण किया गया है, जिसका कार्य लगभग 75 प्रतिशत पूरा हो गया है. परिक्रमा के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के बीच टकराव ना हो इसके लिए मंदिर की पूरब दिशा में मुख्य द्वार पर 15 फिट नीचे 80 मीटर लंबे सुरंग का भी निर्माण किया गया है. बताया जा रहा है कि यह देश का पहला ऐसा मंदिर होगा, जिसके मुख्य द्वार के नीचे से होकर श्रद्धालु निकास द्वार तक पहुंचेंगे.
राम जन्मभूमि में राजस्थान के नक्काशीदार पत्थरों से 2.7 एकड़ के क्षेत्र में 161 फुट ऊंचे वाले 3 मंजिले के भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. वहीं, मंदिर के चारों ओर 8 एकड़ की परिधि में भूतल से 48 फीट ऊंचे परकोटे का भी निर्माण किया जा रहा है. जिसमें 6 मंदिरों का भी निर्माण किया गया है.
मंदिर में सिंह द्वार से प्रवेश करने के पहले पूरब दिशा में परकोटे पर भी एक मुख्य द्वार होगा. जहां राम जन्म भूमि पर आने वाले श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे, उसी के बगल से निकास द्वार भी बनाया गया, जिसमें प्रवेश द्वार के नीचे बन रहे सुरंग के माध्यम से आने वाले श्रद्धालु पहुंचेंगे और बाहर जा सकेंगे.
एलएन्डटी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद मेहता ने बताया कि राम मंदिर में दर्शनार्थी आएंगे, उनकी संख्या का अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता है. परकोटा तैयार किया गया है, जिसमे डेढ़ लाख दर्शनार्थी प्रतिदिन आ सकें. विनोद मेहता ने बताया कि परकोटे से होकर ही मंदिर तक आना होगा. अधिकतर दर्शनार्थी मंदिर की परिक्रमा भी करेंगे, जो भी परकोटे के अंदर आ रहे हो उनके बीच कोई टकराव न हो, इसके लिए दिशा की ओर एक टनल बनाया गया है. उन्होंने बताया कि टनल का कार्य अक्टूबर तक पूरा हो जायेगा.
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