पटना: बिहार में कभी भी विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा हो सकती है. ऐसे में पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. हाल में कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है तो अब एनडीए का घटक दल बीजेपी मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान उर्फ मामा को बिहार के मैदान में उतारने का फैसला लिया है.
बिहार सौंप सकती है बीजेपी: चुनावी रणनीतिकार के नाम से जाने जाने वाले प्रशांत किशोर भी पूरी जोर लगा रहे हैं. शुक्रवार को 'बिहार बदलाव रैली' कर एकजुटता का परिचय दिया. कहीं ना कहीं इससे एनडीए के नेताओं की चिंता बढ़ने लगी है. इसलिए अब बिहार को मामा के हाथ में सौंपने का निर्णय लिया जा सकता है.

तीसरी बार बिहार आएंगे मामा: बता दें कि इसी साल शिवराज सिंह चौहान दो बार बिहार आ चुके हैं. ये तीसरी बार है जब चुनावी हलचल के बीच मामा 12 अप्रैल को बिहार आ रहे हैं. इसका कारण है कि शिवराज सिंह चौहान भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे. आगामी कार्यक्रम पर विचार-विमर्श करने के बाद रणनीति बनाएंगे.
"शिवराज सिंह चौहान अनुभवी नेता हैं. केंद्र की सरकार में मंत्री हैं. बिहार भाजपा उनके अनुभव का लाभ लेना चाहती है. इस वजह से वह लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान कार्यकर्ताओं के साथ विमर्श करेंगे और उनका मार्गदर्शन करेंगे." -प्रेम रंजन पटेल, प्रवक्ता, भाजपा
कौन हैं शिवराज सिंह चौहान: शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम हैं. वर्तमान में केंद्र सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री का काम संभाल रहे हैं. इन्हें चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है.
पिछड़े वर्ग का चेहरा: शिवराज सिंह 1990 में मध्य प्रदेश के बुधनी से विधायक बने थे. 1990 के दशक में अखिल भारतीय केशरिया वाहिनी के संयोजक के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद कई बार बीजेपी से विधायक और सांसद बने. शिवराज सिंह चौहान की गिनती बीजेपी के बड़े पिछड़े चेहरे के रूप में होती है.

4 बार सीएम रह चुके हैं: 2005 में इनकी किस्मत चमकी और बीजेपी ने मध्य प्रदेश का सीएम चुना. फिर 2008 में दूीसरी बार सीएम बने. इसके बाद 2013 में तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली. इसी बीच 2018 में विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल नहीं होने के कारण सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था.
2020 में चौथी बार सीएम बने: हालांकि 23 मार्च 2020 को चौथी बार बीजेपी ने मध्य प्रदेश में सीएम बनाया. हालांकि दिसंबर 2023 में राज्य में बीजेपी की जीत पर शिवराज सिंह के बदले मोहन यादव को सीएम बनाया गया और मामा को लोकसभा चुनाव 2024 के बाद केंद्र में भेज दिया गया.
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