पलवलः हरियाणा के पलवल में अंडर 17 नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप संपन्न हो गई. प्रतियोगिता में देश के 25 राज्यों के 600 पहलवानों ने हिस्सा लिया. हरियाणा के पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओवरऑल चैंपियनशिप पर कब्जा कर लिया. हरियाणा की लड़कियों ने फ्री स्टाइल प्रतियोगिता में 10 में से 7 गोल्ड मेडल अपने नाम किया. वहीं फ्री स्टाइल बॉयज प्रतियोगिता में हरियाणा के लड़कों ने 10 में से 5 गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं. इसी के साथ फ्री स्टाइल बॉयज एण्ड गर्ल्स कुश्ती प्रतियोगिता में हरियाणा ऑवर ऑल विजेता बना. प्रतियोगिता में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर रहा.
विजेता खिलाड़ियों को किया गया सम्मानितः पलवल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम पलवल में आयोजित चैंपियनशिप के विजेता खिलाड़ियों को हरियाणा के खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता और विधायी एवं कानून राज्य मंत्री गौरव गौतम ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया. इस अवसर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, भारतीय कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष दर्शन लाल, कोषाध्यक्ष डॉ.एसपी देशवाल, राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप आयोजन समिति के अध्यक्ष सुंदर पहलवान, उपनिदेशक खेल विभाग गिर्राज सिंह भी मौजूद थे.
हरियाणा कुश्ती का हब हैः खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि पलवल जिले में अंडर 17 नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप का भव्य आयोजन किया गया. यह न केवल खेल भावना का प्रतीक है बल्कि यह देश के उज्जवल भविष्य की झलक भी है. गौरव गौतम ने कहा कि हमारे देश की मिट्टी में कुश्ती रची बसी हुई है. हरियाणा कुश्ती का हब है. गौरव गौतम ने कहा कि नेशनल प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ी वियतनाम में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेगें और मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे.
पलवल में अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का प्रस्तावः खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि हरियाणा सरकार खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध है. भारतीय कुश्ती संघ के साथ मिलकर पलवल जिले में अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा ताकि विश्व स्तर पर पलवल जिले का नाम रोशन हो सके.
सर्वाधिक मेडल दिलाने में हरियाणा का अहम योगदानः भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि तीन दिवसीय रेसलिंग प्रतियोगिता ना केवल खिलाडियों के दाव पेंच का अखाड़ा बनी बल्कि यह खिलाडियों के आत्मविश्वास, अनुशासन और मेहनत की प्रदर्शनी भी बनी है. जो खिलाडी यहां विजयी हुए है, वे भविष्य में भी इसी प्रकार अपनी विजय का झंडा गाड़ते रहेगें. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है. राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत देश को सर्वाधिक मेडल दिलाने में देश के करीब दो फीसदी आबादी वाले हरियाणा राज्य का अहम योगदान रहा है.