राजसमंद: देवगढ़ थाना क्षेत्र की मंडावर पंचायत के गांव डूंगातो की गुआर में महिला की हत्या कर शव जलाने के मामले में पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए दो नाबालिग बहनों को निरुद्ध किया है. हत्या का प्रथम दृष्टया कारण महिला के जेवर लूट माना जा रहा है.
अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक ने बताया कि 1 जून को गांव की सोहनदेवी पत्नी शेरसिंह रावत की हत्या कर शव जलाने का मामला सामने आया था. इस पर देवगढ़ थाना प्रभारी अनिल विश्नोई व महिला थाना प्रभारी संगीता बंजारा के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. एफएसएल व आईबी टीम की ओर से जुटाए गए तथ्यों के आधार पर तहकीकात की गई. पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियां मिलने पर नाबालिग किशोरी से पूछताछ की. इस पर पहले तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई, लेकिन बाद में टूट गई और हत्या करना कबूल कर लिया. इस हत्याकांड में उसकी बहन का भी नाम आया. इसके बाद दोनों नाबालिग बहनों को पुलिस ने निरुद्ध कर लिया.
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खाट पर बैठने की बात पर हुआ विवाद: पुलिस पूछताछ में दोनों बहनों ने बताया कि खाट पर बैठने को लेकर दोनों की महिला सोहनीदेवी से कहासुनी हो गई थी. इस पर आवेश में आकर दोनों ने उसे धक्का दिया, जिससे महिला पत्थर पर जा गिरी और मौत हो गई. इससे वे काफी डर गई. बाद मे शव को बाड़े में ले जाकर घास व कांटे डालकर आग लगा दी. इससे शव जल गया, हालांकि पुलिस का इनकी कहानी पर विश्वास नहीं है.
हत्या के कारणों का खुलासा नहीं: पुलिस जांच में अब तक पता चला कि जिस वक्त यह वारदात हुई, उस वक्त दोनों बहनें घर पर अकेली थी. महिला अक्सर गांव में घूमती रहती थी. उस दिन भी दोपहर को घूमते घूमते वह उन नाबालिग बहनों के घर पहुंची थी. महिला के शव पर जेवर नहीं मिले. इससे लूट की नीयत से हत्या की बात सामने आ रही थी. नाबालिग ने हत्या करना कबूल कर लिया, लेकिन हत्या करने के पीछे का कारण अभी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है. फिलहाल जांच जारी है.