लखनऊ: एक हफ्ते से लापता सर्राफा कारीगर की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. 18 मार्च को सर्राफा व्यापारी रूप नारायण सोनी को दो नाबालिग बहनों ने घर बुलाकर सिर ईंट से कुचल दिया था. इसके बाद मौसेरे भाइयों की मदद से शव को एम्बुलेंस में भरकर घैला नाले में फेंक दिया था. दोनों नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. ज्वेलर्स ने नाबालिग लड़कियों के परिवार को ब्याज पर रुपए उधार दिए थे. पैसे वापस न कर पाने पर दोनों बहनों के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था. जिसके बाद इन लोगों ने वारदात को अंजाम दिया.
चौक के डहला कुंआ कॉलोनी निवासी नीलेश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि पिता रूप नारायण सोनी (65) ज्वैलरी कारीगर थे. दुबग्गा सीते विहार कॉलोनी में पवन ज्वैलरी शॉप में गहने बनाने के साथ बिक्री भी करते थे. 18 मार्च को सुबह 10 बजे नारायण घर से दुकान जाने की बात कहकर निकले थे. देर रात होने पर वापस नहीं लौटे तो फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ आया. इस पर परिवार ने सोचा कि दुबग्गा में रहने वाली बहन के घर पर नारायण रुक गए होंगे. अगले दिन बहनोई नागेंद्र कुमार सोनी को कॉल किया, जो नागेंद्र भी चौक में सर्राफा व्यापारी हैं. नागेंद्र ने बताया कि रूप नारायण घर नहीं आए थे. इसके बाद पूरा परिवार तलाश करने लगा. कुछ पता न चलने पर 19 मार्च को चौक में गुमशुदगी दर्ज कराई. इसी बीच 22 मार्च रविवार को दोपहर के रूप ना नारायण का शव शव घैला पुल के पास सड़क किनारे खेत में मिला. पहचान न होने पर अज्ञात में शव को मॉच्र्युरी में रखवा दिया गया. मंगलवार को परिवार मोर्चरी पहुंचकर कंठी माला, जनेऊ और नेकर के जरिए शव की पहचान की है. रूप नारायण के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान मिले.
नागेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि रूप नारायण रात करीब 8 बजे तक घर लौट आते थे. घर न लौटने पर अगले दिन खोजते हुए दुकान पहुंचे तो देखा आधा शटर खुला हुआ था और चाभी लगी थी. दुकान में रखे जेवर और सामान गायब था. दुकान में करीब 20 लाख का जेवर रखा था. अन्य दुकानदारों ने बताया कि 18 मार्च की शाम करीब 7 बजे रूप नारायन दुकान बंद करके चले गए थे. बुजुर्ग के गायब होने के बाद से परिवार उनकी तलाश कर रहा था। इस दौरान दो बार मोर्चरी भी आया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. सोमवार को सोशल मीडिया के जरिए उन्हें मड़ियांव इलाके में बुजुर्ग के शव मिलने की सूचना मिली थी.
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस से प्राप्त जानकारी के आधार पर गोलू (20), विनय कुमार उर्फ छोटू (19), हंसराज (20) को ठाकुरगंज से गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान ही तीनों आरोपियों ने बताया कि वह पवन ज्वैलर्स दुकान के मालिक रूपनारायण सोनी की हत्या कर शव को एम्बुलेंस में रखकर थाना क्षेत्र मड़ियांव में घैला पुल के पास फेंक दिया. आरोपियों ने बताया कि गोलू और विनय की नाबालिग मौसेरी बहन ने पवन ज्वैलर्स के मालिक रूप नारायण से ब्याज पर पैसे लिए थे. पैसे समय से वापस न कर पाने के कारण रूपनारायण द्वारा बार-बार मौसेरी बहन को शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बना रहा था. जिसके कारण रूप नारायाण को घर बुलाकर हत्या कर दी थी.