जींदः हरियाणा के जींद में पूर्व में संपन्न पंचायत चुनाव से चली आ रही रंजिश के चलते दो गुटों के बीच फिर से झगड़ा हो गया. इसमें दोनों पक्षों के 10 लोग घायल हो गए. सात लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. गुटों के बीच झगड़े की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है. पुलिस ने इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. डेढ़ साल पहले भी दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो चुका है.
पुलिस से की शिकायतः नरवाना सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में फुलियां कलां निवासी सूबे सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह आठ बजे के करीब उसका बेटा रमन काम के लिए घर से निकला था. रमन गांव के बस अड्डे पर पहुंचा तो गांव के ही बागड़ परिवार के दयानंद, रमन, गोविंद ने उसके बेटे रमन का रास्ता रोक लिया और उसे गालियां देने लगे. इससे वो रास्ता बदल कर जाने लगा. वहां पहले से ही मौके के इंतजार में खड़े रामभुल, विकास, अशोक, दयानंद, विरछभान, सूरजभान, बलराज, राजेंद्र और उसकी पत्नी मुकेश, बलवान, गुड्डी, रवि, रविंद्र, गुरबक्श, दिनेश, कृष्ण, दिनेश, सूबा, रणदीप, नवीन खड़े हुए थे.
धारदार हथियारों से हमलाः सभी आरोपियों के हाथ में लठ, गंडासे, तेजधार हथियार थे और रमन के आते ही सभी ने उसे पीटना शुरू कर दिया. उन्हें इस बात का पता चला तो वह और उसकी पत्नी संतरो बेटे को छुड़ाने पहुंचे तो आरोपियों ने दोनों के साथ मारपीट की. रविंद्र ने उसके सिर में गंडासी मारी, दयानंद ने उसकी टांग पर भाला मारा. उसकी पत्नी को भी गंभीर चोटें आई. बाकी परिवार के सदस्यों को झगड़े का पता चला तो वह छुड़वाने पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की.
ग्रामीणों ने घायलों को अस्पताल पहुंचायाः गांव के दूसरे लोगों ने उन्हें एंबुलेंस से नरवाना के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया. यहां से सूबे सिंह, रमन, गोविंद, संतरो को नरवाना से जींद के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया. दीपक, सुशील, कृष्ण, सेवा सिंह, निर्मला उपचार के लिए अग्रोहा मेडिकल में चले गए. सदर थाना पुलिस ने सूबे सिंह की शिकायत पर 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
पंचायत चुनाव से चली आ रही रंजिशः गांव फुलिया कलां में पंचायत चुनाव में वोटों को लेकर दो पक्षों में रंजिश चली आ रही है. एक पक्ष के व्यक्ति ने बताया कि पंचायत चुनाव में दूसरे पक्ष के सरपंच उम्मीदवार के पक्ष में वोट न डालने को लेकर उनके परिवार के साथ रंजिश रखी जा रही थी. डेढ़ साल पहले भी उनके साथ लड़ाई-झगड़ा किया गया था. इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दी गई थी. झगड़ा सुलझाने को लेकर दो बार पंचायत हो चुकी है, लेकिन पंचायत में कोई समझौता नहीं हो सका था. वहीं 15-20 दिन पहले भी वे एसडीएम से मिले थे और उन्होंने सदर थाना में कार्रवाई करने के लिए लिखित आवेदन भी दिया था. परंतु उसके बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर दूसरे पक्ष के लोग उनको जान से मारने की धमकी दे रहे थे. सदर थाना एएसआई पवन कुमार ने बताया कि सूबे सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. मामले की जांच की जा रही है.