बलरामपुर: छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा में स्थित बलरामपुर के शंकरगढ़ में एक दंतैल हाथी ने एक महिला को कुचलकर मार डाला. इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. यह घटना बुधवार की बताई जा रही है. बलरामपुर वन विभाग की तरफ से इस घटना की पुष्टि हुई है.
महुआ बीनने गई थी महिला: वन विभाग और ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक 54 साल की महिला गिधी पहाड़ी कोरवा जंगल में महुआ बीनने गई थी. वह शंकरगढ़ वन रेंज के सिलियारीकोना जंगल में गई थी. इस दौरान वह महुआ के फूल और फल को इक्टठा कर रही थी,तभी हाथियों का दल अचानक आ धमका.
हाथी के आने से मची अफरा तफरी: जिसके बाद वहां अफरा तफरी का माहौल हो गया. सभी महिलाएं भागने में सफल रहीं, लेकिन गिधी नहीं भाग सकी और एक दंतैल हाथी ने महिला को कुचलकर मार डाला. हाथी ने उसे अपनी सूंड से पकड़ लिया और कुचलकर मार डाला. वन और पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है.
महिला के परिजन जगिमा जोताड़ गांव के निवासी हैं. उन्हें आर्थिक सहायता दी गई है. हाथी प्रभावित मुआवजे की बची हुई राशि 5.75 लाख रुपये जरूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद दी जाएंगी. वन कर्मियों की टीमें हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं और स्थानीय लोगों को सतर्क कर रही हैं- बलरामपुर वन विभाग
सोमवार को हुई दो लोगों की मौत: सोमवार को हाथी के हमले में बलरामपुर जिले के अंदर दो लोगों की मौत हुई थी. समीना और उनके पति उस्मान अंसारी पर सोमवार शाम को हाथी ने हमला किया, जब वे फुलवार और रामपुर गांवों के बीच एक जंगल के पास महुआ फल इकट्ठा कर रहे थे. इस घटना में अस्मिना की मौत हो गई. सोमवार रात जिगडी बासेन निवासी बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद सिंह महावीरगंज से वापस लौट रहे थे. तभी रामपुर में सिंदूर नदी किनारे जंगल के बीच खेत में हाथी ने उनके ऊपर अटैक कर दिया. जिसमें उनकी मौत हो गई.