खगड़िया: बिहार के खगड़िया के चौथम थाना क्षेत्र के कैथी गांव में 9 अप्रैल को जेडीयू विधायक पन्ना लाल पटेल के भांजे व जेडीयू नेता कौशल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है.
जेडीयू विधायक के भांजे की हत्या मामले का खुलासा: पुलिस ने दो आरोपी आशीष और रितेश को लखीसराय से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे थे, जिसकी गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तारी की गई. खगड़िया एसपी राकेश कुमार ने बताया कि कौशल सिंह के हत्या मामले में मृतक के भतीजे पर ही हत्या का आरोप लगा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
महिला समेत तीन गिरफ्तार: पुलिस ने मामले में आठ नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान चौथम थाना क्षेत्र के मेदनीनगर निवासी बिजल सिंह की पत्नी राजकुमारी देवी और पुत्र आशीष कुमार और उसी गांव के राजेश दास के पुत्र रितेश कुमार के रूप में की गई है.
गुप्त सूचना पर कार्रवाई: इनमें दो आरोपी आशीष और रितेश को पुलिस ने लखीसराय जिले से गिरफ्तार किया है. दोनो अपने संबंधी के यहां रह रहे थे. मामले में एसपी राकेश कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड को लेकर चौथम थाना कांड संख्या 90/25 दर्ज की गई थी. जिसको लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था. एसआईटी की टीम ने उक्त गिरफ्तारी गुप्त सूचना एवं तकनीकी आधार पर की है.
बाइक सवार बदमाशों ने मारी थी गोली: बता दें कि बीते दिनों जदयू नेता कौशल सिंह अपनी पत्नी के साथ बाइक पर जा रहे थे. इसी दौरान एक बाइक पर सवार तीन लोगों के द्वारा उनकी बाइक को ठोकर मारा गया था. पत्नी ने जो एफआईआर किया है उसके अनुसार जैसे ही उनके पति की बाइक नीचे गिरी वैसे ही आरोपियों के द्वारा उनके पति के ऊपर कई राउंड फायरिंग की गई. गोलीबारी में कौशल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनकी इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई.
भतीजे ने ही कर दी हत्या: बता दें कि इस घटना के बाद खगड़िया पुलिस पर कई सवाल खड़े किये जा रहे थे. वहीं घटना को अंजाम मृतक के भतीजे ने ही दिया था. बताया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद को लेकर हत्या की गई है. हालांकि एसपी की मानें तो अभी मामले की जांच की जा रही है. हत्या के कारण का पता किया जा रहा है.
'8 दिनों से की जा रही थी रेकी': गौरतलब है कि जदयू नेता की हत्या के पहले करीब आठ दिनों तक आरोपियों ने रेकी भी की थी. घटना के दिन कौशल सिंह की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, जिसके आधार पर इस घटना को अंजाम दिया गया. परिवार की मानें तो मृतक कौशल सिंह की हत्या को लेकर उनकी रेकी विगत 8 दिनों से की जा रही थी.
"आशीष और रितेश के साथ ही एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. सूचना मिली थी कि ये लोग घटना को अंजाम देने के बाद छिपे हुए थे. जिन लोगों ने इनकी मदद की है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. मृतक के भाई और उनके दो बेटों को अभियुक्त बनाया गया था."- राकेश कुमार, एसपी, खगड़िया
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