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मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू; तीन सदस्यीय कमेटी पहुंची संभल, BJP के पूर्व विधायक ने दिये साक्ष्य - SAMBHAL NEWS

विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान मिली शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे पूर्व विधायक अजित कुमार यादव.

मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू
मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : June 4, 2025 at 9:29 PM IST

Updated : June 4, 2025 at 10:06 PM IST

3 Min Read

संभल : जिले में विकास खंडों की सभी ग्राम पंचायतों, पंचायत निधि व मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच शुरू हो गई है. अमरोहा सीडीओ के नेतृत्व में गठित की गई जांच कमेटी बुधवार को संभल पहुंची. इस दौरान बीजेपी के पूर्व विधायक ने कमेटी को साक्ष्य उपलब्ध कराए.

भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू (Video credit: ETV Bharat)

मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर की ओर से बनाई गई कमेटी : शासन से निर्देश के बाद मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. जिसमें सीडीओ अमरोहा, परियोजना निदेशक अमरोहा और राज्य कर अधिकारी संभल शामिल हैं. बुधवार को कमेटी के तीनों सदस्य और शिकायतकर्ता अजीत कुमार यादव उर्फ राजू यादव जिला मुख्यालय बहजोई पहुंचे.

तीन सदस्यीय कमेटी संभल पहुंची : जिले की गुन्नौर विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक अजित कुमार यादव उर्फ राजू यादव ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान जनता ने कुछ समस्याएं बताईं थीं. जिसको लेकर वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे. मामले में जांच के लिये बुधवार को तीन सदस्यीय कमेटी संभल पहुंची.

कमेटी को उपलब्ध कराये दस्तावेज : उन्होंने बताया कि कमेटी को दस्तावेज उपलब्ध कराये गये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिले में मनरेगा में बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है. उनका आरोप है कि फर्जी तरीके से लोगों के फोटो लगाकर और उनके अकाउंट में पैसे भेजकर ब्लॉक स्तर से और जिला स्तर से घोटाला किया जाता है.

उनका आरोप है कि यहीं नहीं जो सड़कें हैं वह भी मानक के अनुरूप नहीं बनाई जाती हैं. सरकार की मंशा है कि जनता को गांव में ही रहकर सारी सुविधाएं मिलें, लेकिन वहां पर कोई भी कर्मचारी गांव के स्तर पर जाने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि यह 70 से 80 ग्राम पंचायतों का मामला है.

उन्होंने दावा किया कि अगर सही से जांच हो गई तो पूरे जिले में करीब 50 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि कई फर्म हैं जिनसे अधिकारी और कर्मचारी मिले हुए हैं, उन सभी फर्म से ही सारे काम किए जाते हैं.

'शिकायत पर जांच करने पहुंची है कमेटी' : सीडीओ अमरोहा अश्विनी मिश्रा ने बताया कि पूर्व विधायक अजित कुमार यादव की शिकायत पर जांच करने पहुंचे हैं. जिसमें विकास विभाग और मनरेगा की जांच करने के लिए टीम के साथ पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि जिन-जिन बिंदुओं पर शिकायत की गई थी, उसके आधार पर जांच करने के लिए आए हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अजीत कुमार यादव ने मुख्यमंत्री के यहां जो भी शिकायतें रखी थीं उसको लेकर जांच कर रहे हैं. शिकायत का परीक्षण किया जाएगा. ऑनलाइन और ऑफलाइन जो भी चीजें हैं, उनको कलेक्ट करके देखेंगे. लोगों के बयान भी दर्ज कराए जाएंगे. जांच के बाद अपनी आख्या रिपोर्ट सौंपेंगे. जीपीआरओ संभल के खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, उन्हें भी साक्ष्य के आधार पर देखा जाएगा.

यह भी पढ़ें : मनरेगा में फर्जीवाड़ा: इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल और मर चुके लोगों को बनाया मजदूर, प्रधान ने हड़पे रुपये

संभल : जिले में विकास खंडों की सभी ग्राम पंचायतों, पंचायत निधि व मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच शुरू हो गई है. अमरोहा सीडीओ के नेतृत्व में गठित की गई जांच कमेटी बुधवार को संभल पहुंची. इस दौरान बीजेपी के पूर्व विधायक ने कमेटी को साक्ष्य उपलब्ध कराए.

भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू (Video credit: ETV Bharat)

मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर की ओर से बनाई गई कमेटी : शासन से निर्देश के बाद मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. जिसमें सीडीओ अमरोहा, परियोजना निदेशक अमरोहा और राज्य कर अधिकारी संभल शामिल हैं. बुधवार को कमेटी के तीनों सदस्य और शिकायतकर्ता अजीत कुमार यादव उर्फ राजू यादव जिला मुख्यालय बहजोई पहुंचे.

तीन सदस्यीय कमेटी संभल पहुंची : जिले की गुन्नौर विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक अजित कुमार यादव उर्फ राजू यादव ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान जनता ने कुछ समस्याएं बताईं थीं. जिसको लेकर वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे. मामले में जांच के लिये बुधवार को तीन सदस्यीय कमेटी संभल पहुंची.

कमेटी को उपलब्ध कराये दस्तावेज : उन्होंने बताया कि कमेटी को दस्तावेज उपलब्ध कराये गये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिले में मनरेगा में बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है. उनका आरोप है कि फर्जी तरीके से लोगों के फोटो लगाकर और उनके अकाउंट में पैसे भेजकर ब्लॉक स्तर से और जिला स्तर से घोटाला किया जाता है.

उनका आरोप है कि यहीं नहीं जो सड़कें हैं वह भी मानक के अनुरूप नहीं बनाई जाती हैं. सरकार की मंशा है कि जनता को गांव में ही रहकर सारी सुविधाएं मिलें, लेकिन वहां पर कोई भी कर्मचारी गांव के स्तर पर जाने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि यह 70 से 80 ग्राम पंचायतों का मामला है.

उन्होंने दावा किया कि अगर सही से जांच हो गई तो पूरे जिले में करीब 50 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि कई फर्म हैं जिनसे अधिकारी और कर्मचारी मिले हुए हैं, उन सभी फर्म से ही सारे काम किए जाते हैं.

'शिकायत पर जांच करने पहुंची है कमेटी' : सीडीओ अमरोहा अश्विनी मिश्रा ने बताया कि पूर्व विधायक अजित कुमार यादव की शिकायत पर जांच करने पहुंचे हैं. जिसमें विकास विभाग और मनरेगा की जांच करने के लिए टीम के साथ पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि जिन-जिन बिंदुओं पर शिकायत की गई थी, उसके आधार पर जांच करने के लिए आए हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अजीत कुमार यादव ने मुख्यमंत्री के यहां जो भी शिकायतें रखी थीं उसको लेकर जांच कर रहे हैं. शिकायत का परीक्षण किया जाएगा. ऑनलाइन और ऑफलाइन जो भी चीजें हैं, उनको कलेक्ट करके देखेंगे. लोगों के बयान भी दर्ज कराए जाएंगे. जांच के बाद अपनी आख्या रिपोर्ट सौंपेंगे. जीपीआरओ संभल के खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, उन्हें भी साक्ष्य के आधार पर देखा जाएगा.

यह भी पढ़ें : मनरेगा में फर्जीवाड़ा: इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल और मर चुके लोगों को बनाया मजदूर, प्रधान ने हड़पे रुपये

Last Updated : June 4, 2025 at 10:06 PM IST
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