जमुई : बिहार के जमुई जिले के वरहट प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय नगदेवा के तीन शिक्षकों पर शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षक रविंद्र कुमार रवि, गोपाल कुमार और शिक्षिका अन्नू कुमारी को बर्खास्त कर दिया गया है. साथ ही उनके अब तक के वेतन की रिकवरी का भी आदेश जारी किया गया है.
जमुई में तीन फर्जी शिक्षक बर्खास्त : दरअसल दिसंबर 2024 में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जमुई के कार्यालय से प्रखंड पदाधिकारी सह सचिव, प्रखंड नियोजन इकाई को पत्रांक 4140, 4141 और 4142 के तहत तीनों शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था. शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए भौतिक सत्यापन के दौरान तीनों शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे. जांच में खुलासा हुआ कि ये सभी फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे.

सत्यापन में डुप्लीकेट प्रमाण पत्र वालों को बुलाया गया था : स्थानीय निकाय सक्षमता परीक्षा 2024 (प्रथम) के तहत ऑनलाइन आवेदन भरने वाले अभ्यर्थियों में ऐसे शिक्षक भी चिन्हित हुए जो BTET/CTET/STET के डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन नंबर या प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे. इन्हें विभागीय पत्रांक 407 दिनांक 04/05/2024 के माध्यम से 13 से 17 मई 2024 के बीच भौतिक सत्यापन के लिए बुलाया गया था, लेकिन रविंद्र कुमार रवि, गोपाल कुमार और अन्नू कुमारी तीनों तय समय पर उपस्थित नहीं हुए.
निदेशक माध्यमिक शिक्षा का स्पष्ट निर्देश : निदेशक, माध्यमिक शिक्षा बिहार, पटना के पत्रांक 537 दिनांक 03/07/2024 के अनुसार यदि कोई शिक्षक सत्यापन में शामिल नहीं होता है, तो उसे फर्जी घोषित करते हुए कार्रवाई की जा सकती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को ऐसे मामलों में विभागीय जांच समिति के समक्ष शिक्षक को उपस्थित कराने की जिम्मेदारी दी गई है. इस मामले में तीनों शिक्षक अनुपस्थित रहे, जिससे फर्जीवाड़ा स्पष्ट हुआ.
ईटीवी भारत की खबर का असर : बता दें कि ईटीवी भारत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था. रिपोर्ट में बताया गया था कि स्कूल छोड़ तीन शिक्षक फरार हो गए थे. विभागीय जांच के डर से तीनों शिक्षक छिपते फिर रहे थे. आखिरकार अब शिक्षा विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया है और वेतन वसूली का आदेश भी दे दिया गया है.
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