सीतापुर : जिले के महोली निवासी पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड मामले का 34 दिन बाद पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया है. पुलिस का दावा है कि हत्याकांड में कुल पांच अभियुक्त शामिल थे. पुलिस ने मंदिर के तथाकथित बाबा समेत तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, वहीं दो शूटर अभी भी फरार हैं. पुलिस की टीमें दोनों की तलाश कर रही हैं.
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा के मुताबिक, साजिश में शामिल मंदिर के तथाकथित पुजारी विकास राठौर को उनके दो परिचितों निर्मल व असलम संग गिरफ्तार किया गया है. गोली मारने वाले दो शूटर को वांछित घोषित किया गया है, उन्हें पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की तीन टीमों के अलावा एसटीएफ की सात टीमों ने नोएडा के आसपास डेरा डाला हुआ है.
एसपी चक्रेश मिश्रा ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि राघवेन्द्र बाजपेयी का कारदेव मंदिर पर पिछले कई माह से आना जाना था. उन्होंने बताया कि राघवेंद्र ने शिवानंद बाबा को नाबालिग के साथ कुकर्म करते देख लिया था. जिसके बाद शिवानंद बाबा को डर था कि राघवेंद्र उसके कुकृत्य को सार्वजनिक कर सकता है, जिसके चलते बाबा ने राघवेंद्र को रास्ते से हटाने के लिए दो अपराधियों निर्मल सिंह व असलम गाजी से सम्पर्क किया था.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंदिर के तथाकथित बाबा शिवानंद उर्फ विकास राठौर ने दो परिचितों निर्मल व असलम संग मिलकर हत्या की साजिश रची थी. जिसे साथियों ने 4 लाख बाबा से लेकर 3 लाख में शूटर हायर करके अंजाम दिलवाया था. उन्होंने बताया कि एसपी डॉ प्रवीण रंजन सिंह के नेतृत्व में कुल 12 टीमों ने अपनी जांच शुरू की.
उन्होंने बताया कि 34 दिनों में एक हजार से अधिक नंबरों को रडार पर लिया गया. वहीं, सवा सौ संदिग्धों से पूछताछ की गई. टीमों ने करीब 250 सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले. उन्होंने बताया कि घटना के बाद तमाम पहलुओं पर गंभीरता से जांच की गई, जिसमें विभिन्न प्रकार की जानकारियां भी निकल सामने आईं, हालांकि पुलिस घटना के खुलासे को लेकर कोई भी जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी. बता दें कि पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की 8 मार्च को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हेमपुर ओवरब्रिज पर चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी.
खुलासे के बाद परिजनों ने खड़े किये सवाल : पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में पुलिस के खुलासे के बाद परिजनों ने सवाल खड़े किये हैं. परिजनों ने पिछले तीन माह से प्रकाशित की जा रही घपलों और घोटालों की खबरों को नजरअंदाज किये जाने पर रोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है. इस मामले में पत्नी रश्मि और मां रजनी बाजपेयी ने सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बड़े लोगों ने बाबा को माध्यम बनाकर हत्या कराई हो, लेकिन यह सच नहीं है कि सिर्फ बाबा ने ही इस वारदात को अंजाम दिलाया हो. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में असली राज को छिपा रही है.
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