ETV Bharat / state

एनआईए कोर्ट को मिला गुमनाम धमकी भरा पत्र, एक महीने के अंदर जेल ब्रेक की चेतावनी - THREATENING LETTER TO JUDGE

रांची एनआईए कोर्ट को एक गुमनाम धमकी भरा पत्र मिला है. जिसमें जेल ब्रेक की धमकी दी गई है.

threatening letter to judge
कोर्ट में तैनात पुलिसकर्मी (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : April 13, 2025 at 7:51 AM IST

2 Min Read

रांची: रांची के एनआईए कोर्ट में एक धमकी भरा पत्र मिलने से खलबली मच गई है. पत्र में एनआईए के जज को धमकी तो दी ही गई है साथ ही साथ जेल ब्रेक करने की भी चेतावनी दी गई है. मामले को लेकर रांची के कोतवाली थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है.

क्या है पूरा मामला

रांची के एनआईए कोर्ट में एक धमकी भरा पत्र पहुंचा है. पत्र में एनआईए जज पर एक महीने के भीतर हमला और जेल ब्रेक करने की धमकी दी गई है. इस मामले में कोतवाली थानेदार इंस्पेक्टर आदिकांत महतो के बयान पर कई लोगों के विरुद्ध कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में यह बताया गया है कि पत्र में मोबाइल नंबर भी अंकित है.

प्रशांत बोस और शिला मरांडी का जिक्र

कोतवाली थाना प्रभारी के द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया है कि शुक्रवार को एनआईए कोर्ट कार्यालय में स्पीड पोस्ट के जरीए गुमनाम एक पत्र पहुंचा है. पत्र दो लिफाफे के भीतर है. दोनों लिफाफे में भेजने वाले के अलग-अलग नाम हैं.

पत्र में कहा गया है कि एनआईए जज पर एक महीने के भीतर हमला हो सकता है. इसके अलावा धमकी भरा पत्र में यह भी कहा गया है कि जेल ब्रेक हो सकता है. इसके लिए शूटरों को पैसे भी दिए गए हैं. पत्र में यह भी लिखा गया है कि भाकपा माओवादी शीला मरांडी और प्रशांत बोस दोनों को जेल से बाहर निकालने के लिए जेल ब्रेक किया जाएगा. इसकी प्लानिंग की जा रही है.

रांची: रांची के एनआईए कोर्ट में एक धमकी भरा पत्र मिलने से खलबली मच गई है. पत्र में एनआईए के जज को धमकी तो दी ही गई है साथ ही साथ जेल ब्रेक करने की भी चेतावनी दी गई है. मामले को लेकर रांची के कोतवाली थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है.

क्या है पूरा मामला

रांची के एनआईए कोर्ट में एक धमकी भरा पत्र पहुंचा है. पत्र में एनआईए जज पर एक महीने के भीतर हमला और जेल ब्रेक करने की धमकी दी गई है. इस मामले में कोतवाली थानेदार इंस्पेक्टर आदिकांत महतो के बयान पर कई लोगों के विरुद्ध कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में यह बताया गया है कि पत्र में मोबाइल नंबर भी अंकित है.

प्रशांत बोस और शिला मरांडी का जिक्र

कोतवाली थाना प्रभारी के द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया है कि शुक्रवार को एनआईए कोर्ट कार्यालय में स्पीड पोस्ट के जरीए गुमनाम एक पत्र पहुंचा है. पत्र दो लिफाफे के भीतर है. दोनों लिफाफे में भेजने वाले के अलग-अलग नाम हैं.

पत्र में कहा गया है कि एनआईए जज पर एक महीने के भीतर हमला हो सकता है. इसके अलावा धमकी भरा पत्र में यह भी कहा गया है कि जेल ब्रेक हो सकता है. इसके लिए शूटरों को पैसे भी दिए गए हैं. पत्र में यह भी लिखा गया है कि भाकपा माओवादी शीला मरांडी और प्रशांत बोस दोनों को जेल से बाहर निकालने के लिए जेल ब्रेक किया जाएगा. इसकी प्लानिंग की जा रही है.

जांच शुरू

पत्र के जरिये जेल ब्रेक और जज को धमकी दिए जाने के बाद रांची पुलिस एक्टिव हो गई है. कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

यह भी पढ़ें:

घोडथम्भा पहुंची केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, कहा- फेल है राज्य का खुफिया तंत्र, सूबे के मंत्री प्रशासन को देते हैं धमकी

मंत्री इरफान अंसारी की केंद्र को चेतावनी, आंखें ना दिखाएं नहीं तो दिल्ली का बोरिया बिस्तर कर देंगे बंद

गिरिडीह कारा में भी गैंगस्टर अमन साहू की थी दहशत, कभी फायरिंग तो कभी इंटरनेशनल कॉलिंग करवा दे डाली थी धमकी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.